नई दिल्ली,
पूरे मध्य और दक्षिणी चिली में लगी जंगल की आग में कम से कम 19 लोगों की मौत हो गई है. वाइल्डफायर की चपेट में आने से मरने वालों की संख्या बढ़ने की संभावना है. रेस्क्यू टीम एहतियाती तौर पर जले हुए घरों की तलाशी ले रही है. बताया जा रहा है कि आग फैलती जा रही है, जिससे खतरा और ज्यादा बढ़ गया है. भयानक आग को देखते हुए चिली सरकार ने आपात्काल घोषित कर दिया है.
चिली की जंगलों में आग की घटनाएं कोई नई बात नहीं है लेकिन इसमें आने से कई लोगों की मौत हो जाती है. यहां का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है और यही वजह है कि संकट और ज्यादा बढ़ा है. आग मुख्य रूप से समुद्र तट के साथ लगे वालपराइसो पर्यटक क्षेत्र के आसपास लगी है, जहां हजारों हेक्टेयर क्षेत्र के जंगल तबाह हो गए हैं. तटीय शहर धुओं से भर गया है और आसमान में कोहरे की तरह छाया हुआ है. लोग अपना घर छोड़ने को मजबूर हुए हैं.
43,000 हेक्टेयर के वन क्षेत्र जलकर खाक
आग की घटनाओं को देखते हुए इमरजेंसी एक्शन के तौर पर शनिवार की सुबह से दोपहर तक कर्फ्यू का ऐलान किया गया है. आंतरिक मंत्री कैरोलिना टोहा ने कहा, “19 लोग मारे गए हैं.” उन्होंने कहा कि मरने वालों की संख्या “बहुत अस्थायी” है क्योंकि रेस्क्यू टीम अभी भी मौके पर राहत बचाव अभियान चला रही है. उन्होंने बताया कि सक्रीय रूप से देश में 158 स्थानों पर आग लगी है, जिसमें 43,000 हेक्टेयर क्षेत्र में जंगल जल गए हैं. वलपरिसो क्षेत्र में लगी आग से शहर की समस्या और ज्यादा बढ़ी है.
चिली की आग में 1000 घर जले, लोगों ने छोड़ा घर
राजधानी के दक्षिण-पश्चिम में एस्ट्रेला और नविदाद कस्बों में आग की चपेट में आने से कम से कम 1000 घर जलकर खाक हो गए. पिचिलेमु के सर्फिंग रिसॉर्ट के पास लोगों को जगह खाली करने के लिए मजबूर होना पड़ा है. स्थानीय लोगों ने कहा कि हालात बहुत गंभीर हैं और लोगों को अपना घर खाली करने पर मजबूर होना पड़ा है.