बाराबंकी
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में धर्मांतरण का बड़ा खेल सामने आया है। अयोध्या, सुल्तानपुर, जगदीशपुर समेत कई जिलों से आए करीब 300 लोगों को बहला फुसला कर सेंट मैथ्यू चर्च में धर्म परिवर्तन कराया जा रहा था। हिंदू संगठन की सूचना पर अचानक हुए पुलिस के एक्शन से चर्च में खलबली मच गई। लोगों को आर्थिक लाभ के साथ रोगों से मुक्ति और परेशानी से छुटकारा दिलाने के नाम पर चर्च में कथित पूजा कराई जा रही थी। पुलिस अधिकारियों ने लोगों को वहां से मुक्त कराते हुए चर्च प्रबंधन के खिलाफ कार्यवाही शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार, राजधानी लखनऊ की सीमा से सटे देवा कोतवाली के माती चौकी क्षेत्र में सेंट मैथ्यू चर्च में लंबे समय से धर्मांतरण का खेल चल रहा था। हिंदू संगठन की सूचना पर अपर पुलिस अधीक्षक चिरंजीव नाथ सिन्हा,एसडीएम बिजय त्रिवेदी, सीओ सिटी डा. बीनू सिंह, सीओ सदर सुमित त्रिपाठी ने कई थानों के पुलिस बल के साथ सोमवार को चर्च में छापा मारा। पुलिस कार्यवाही के दौरान प्रदेश के अलग अलग जिलों से करीब 300 लोगों को बुलाकर प्रार्थना सभा के बहाने उनका धर्मांतरण कराने की बात सामने आई है।
प्रार्थना सभा के बहाने जिलों बुलाए गए लोग
चर्च में आये लोगों ने बताया कि उनकी कई दिनों से तबियत खराब चल रही थी। इसीलिये वह यहां आये हैं। उन्हें बताया गया था कि यहां पर उनके रोग सही हो जाएंगे। साथ ही सभी परेशानियों से उन्हें छुटकारा भी मिल जाएगा। लोगों के मुताबिक उनसे पहले भी यहां उनके कई जानने वाले आकर ठीक हो चुके हैं, उन्हे देखकर वह भी यहां आये हैं।
रुपयों का लालच देकर धर्मांतरण का खेल
पुलिस कार्यवाही के दौरान ये बात सामने आई कि इन सभी लोगों को रुपयों का लालच व रोगों से मुक्ति, घरेलू परेशानियों से छुटकारा दिलाने के नाम पर यहां लाया गया। वहीं आस–पास के लोगों ने बताया कि सुबह से कई गाड़ियों से लोग आकर यहां इकट्ठा हो रहे थे। जब उन लोगों से यहां आने का कारण पूछा गया, तो उन लोगों ने कुछ भी बताने से मना कर दिया। हिंदू संगठनों को इस मामले की जानकारी होने पर उन्होंने पुलिस-प्रशासन को हिंदू से ईसाई बनाए जाने के इस खेल के बारे में बताया।