लखनऊ
उत्तर प्रदेश के विधानसभा में बजट सत्र के दौरान उस वक्त हंगामा मच गया, जब मुलायम सिंह यादव पर बीजेपी विधायक केतकी सिंह ने विवादित टिप्पणी कर दी। इससे क्षुब्ध होकर सपा विधायकों ने केतकी सिंह के खिलाफ सदन में ही प्रोटेस्ट शुरू कर दिया। हंगामा करते हुए सपा विधायक वेल में आ गए और केतकी सिंह के बयान को सभा की कार्यवाही से निकालने की मांग की। उन्होंने केतकी सिंह से भी माफी मांगने के लिए कहा। बाद में स्पीकर सतीश महाना के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ। उन्होंने केतकी सिंह के बयान को कार्यवाही से हटाने का आश्वासन दिया है।
सदन में क्या हुआ
दरअसल, सदन में राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव को लेकर चर्चा चल रही थी। इस दौरान भाजपा विधायक केतकी सिंह ने अपने भाषण में मुख्य विपक्षी दल सपा को घेरना शुरू कर दिया। उन्होंने सपा सरकार में कारसेवकों पर गोली चलाने का जिक्र करते हुए मुलायम सिंह यादव पर विवादित टिप्पणी कर दी। उन्होंने तत्कालीन उत्तर प्रदेश सरकार के मुखिया की तुलना जलियांवाला बाग हत्याकांड के दोषी जनरल डायर से करते हुए आपत्तिनजक बातें कहीं। इस पर सपा के विधायक भड़क गए और केतकी सिंह के खिलाफ विरोध शुरू कर दिया।
मेरठ के सरधना से विधायक अतुल प्रधान ने अधिष्ठाता मंजु शिवाच से आग्रह किया कि वे केतकी सिंह की उस टिप्पणी को कार्यवाही से बाहर करें, जो उन्होंने मुलायम सिंह यादव पर की थी। साथ ही उन्हें पीठ से माफी मांगने के लिए भी कहा। इसके बाद सपा के अन्य विधायक भी उनके समर्थन में खड़े हो गए। वे सभी वेल में आ गए और नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठ गए। अधिष्ठाता के आग्रह पर भी विधायक शांत नहीं हुए तो स्पीकर सतीश महाना को मोर्चा संभालना पड़ा।
महाना ने कार्यवाही संभाली और सपा विधायक संग्राम सिंह से स्थिति को स्पष्ट करने के लिए कहा। संग्राम सिंह ने कहा कि मुलायम सिंह यादव अब इस दुनिया में नहीं हैं। उनके जैसे कद्दावर नेता के बारे में ऐसी अपमानजनक टिप्पणी करना उचित नहीं है। केतकी सिंह को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए। इसके बाद स्पीकर ने केतकी सिंह के बयान को कार्यवाही से निकालने का आश्वासन दिया।