जयपुर
प्रशासनिक अधिकारियों से जनता उम्मीद करती है वे न्याय संगत कार्य करके आमजन को राहत पहुंचाएंगे लेकिन कई बार ऐसे केस सामने आते हैं जब कुछ अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त होकर पूरे प्रशासनिक बेड़े को बदनाम कर देते हैं। समय समय पर आईएएस, आईपीएस जैसे बड़े अफसर रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार होते रहे हैं। हाल ही में एक आईएएस प्रेमसुख बिश्नोई 35 हजार रुपए की रिश्वत लेने के मामले में गिरफ्तार हुआ है। उनके साथ एक और अफसर भी पकड़ा गया था। एसीबी ने 19 जनवरी को प्रेमसुख बिश्नोई को गिरफ्तार लिया था लेकिन अब एक और ठेकेदार ने प्रेमसुख बिश्नोई के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। जांच में पता चला है कि आईएएस प्रेमसुख बिश्नोई कई ठेकेदारों से नियमित रूप से कमीशन लेता रहा है।
गिरोह बनाकर लेता था घूस की राशि
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने आईएएस प्रेमसुख बिश्नोई के खिलाफ एक और केस दर्ज किया। यह केस ग्रेटर नोएडा निवासी सूरज कुमार ने दर्ज कराया है। सूरज कुमार ने टोंक के श्योदानपुरा और बूंदी के अभयपुरा बांध में मछली पकड़ने का टेंडर लिया था। परिवादी के मुताबिक आईएएस प्रेमसुख टेंडर का 10 फीसदी कमिशन लेता था। रुपए नहीं देने पर किसी न किसी बहाने से कार्य नहीं करने देते थे। परिवादी के मुताबिक मत्स्य विभाग का सहायक निदेशक राकेश देव ठेकेदारों को बुलाकर आईएएस बिश्नोई से मिलवाता था। फिर रिश्वत के लिए डील होती थी।
एसीबी के पास पहुंची कॉल रिकॉर्डिंग
हाल ही में 50 हजार रुपए की रिश्वत लेने का मुकदमा दर्ज कराने वाले सूरज कुमार ने एसीबी को एक कॉल रिकॉर्डिंग उपलब्ध कराई है। इस कॉल रिकॉर्डिंग में मत्स्य विभाग के सहायक निदेशक परिवादी को तय माल लेकर आने की बात कहते सुने जा सकते हैं। पिछले दिनों जब ठेकेदार को मत्स्य विभाग के सहायक डायरेक्टर ने मिलने के लिए बुलाया। तब उसने कहा था कि तय माल लेकर आए होगा ना…। तब परिवादी कहते कि उनसे 2.50 लाख रुपए की राशि मांगी गई थी लेकिन वे 50 हजार रुपए लेकर आए हैं। परिवादी के मुताबिक इसके बाद वे 50 हजार रुपए रिश्वत दी गई।
20 दिन से जेल में बंद है आईएएस प्रेमसुख बिश्नोई
19 जनवरी को एसीबी ने मत्स्य विभाग के डायरेक्टर आईएएस प्रेमसुख बिश्नोई और सहायक निदेशक राकेश देव को 35 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था। एक परिवादी ने एसीबी में शिकायत दर्ज कराई थी कि उसे लाइसेंस जारी करने की एवज में 50 हजार रुपए की रिश्वत मांगी जा रही है। शिकायत पर कार्रवाई करते हुए एसीबी ने प्रेमसुख और राकेश देव को गिरफ्तार किया था। तब से दोनों अधिकारी जयपुर सेंट्रल जेल में बंद है।