नई दिल्ली:
अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर सोमवार को दो अच्छी खबरें आईं। पहली, खुदरा महंगाई की दर जनवरी में नरम होकर तीन महीने के निचले स्तर 5.1 फीसदी पर पहुंच गई। खाने-पीने की चीजों के दाम घटने से ऐसा हुआ। जनवरी 2023 में खुदरा महंगाई की दर 6.52 फीसदी थी। दूसरी गुड न्यूज औद्योगिक उत्पादन (IIP) के आंकड़ों से जुड़ी है। औद्योगिक उत्पादन (IIP) की ग्रोथ दिसंबर 2023 में बढ़कर 3.8 फीसदी पर पहुंच गई। नवंबर 2023 में औद्योगिक उत्पादन की ग्रोथ 2.4 फीसदी थी।
खाद्य वस्तुओं के दाम कम होने से खुदरा महंगाई की दर जनवरी में कम होकर 5.1 फीसदी पर आ गई है। यह इसका तीन महीने का निचला स्तर है। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) पर आधारित महंगाई की दर दिसंबर 2023 में 5.69 फीसदी थी। जनवरी 2023 में यह 6.52 फीसदी थी। खुदरा महंगाई की दर बीते साल अगस्त में 6.83 फीसदी के ऊंचे स्तर पर पहुंच गई थी।
खाने-पीने की चीजों के घटे दाम
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) के आंकड़ों के अनुसार, खाने-पीने की चीजों की बढ़ोतरी दर इस साल जनवरी में 8.3 फीसदी रही। यह इससे पिछले महीने के 9.53 फीसदी से कम है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) को खुदरा महंगाई दर को दो फीसदी घट-बढ़ के साथ चार फीसदी पर रखने की जिम्मेदारी मिली हुई है।
औद्योगिक उत्पादन में बढ़ोतरी
उधर, देश के औद्योगिक उत्पादन (IIP) की ग्रोथ दिसंबर, 2023 में नवंबर की तुलना में बढ़ी है। यह 2.4 फीसदी से बढ़कर 3.8 फीसदी हो गई है। हालांकि, सालाना आधार पर इसमें गिरावट आई है। एक साल पहले इसी महीने में औद्योगिक उत्पादन 5.1 फीसदी बढ़ा था। सरकार की तरफ से सोमवार को जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई। यह आंकड़ा औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के आधार पर जारी किया गया है।
एनएसओ के आधिकारिक बयान से पता चलता है कि दिसंबर, 2023 में मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर का उत्पादन 3.9 फीसदी बढ़ा जो एक साल पहले की समान अवधि में 3.6 फीसदी था। दिसंबर 2023 में खनन उत्पादन 5.1 फीसदी और बिजली उत्पादन 1.2 फीसदी की दर से बढ़ा।इस तरह चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीनों (अप्रैल-दिसंबर) में आईआईपी की कुल बढ़ोतरी दर 6.1 फीसदी रही है। जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह आंकड़ा 5.5 फीसदी रहा था।