PM मोदी से छिपकर मिलता है अब्दुल्ला परिवार… गुलाम नबी आजाद के दावे पर क्या बोले उमर अब्दुल्ला

श्रीनगर:

नेशनल कांफ्रेंस ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद पर हमला बोला। दरअसल आजाद ने एक दिन पहले दावा किया था कि संविधान का अनुच्छेद 370 हटाए जाने से पहले फारूक अब्दुल्ला और उनके बेटे उमर अब्दुल्ला ( के साथ विचार-विमर्श किया गया था। नेशनल कांफ्रेंस ने कहा कि आजाद आधारहीन और विवेकहीन आरोप लगाकर बहुत निचले स्तर तक गिर गए हैं। श्रीनगर से लोकसभा सदस्य फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि बहुत दुख की बात है कि राजनीतिक हल्के में बने रहने के लिए आजाद ने इतने निचले स्तर का बयान दिया है। उनके जैसे नेता को ये बातें नहीं करनी चाहिए, जिन्हें वह खुद गपशप कहते हैं।

गुलाम नबी आजाद ने एक निजी टेलीविजन चैनल को दिए इंटरव्यू में दावा किया है कि नेशनल कांफ्रेंस के नेता रात 11 बजे के बाद दिल्ली में नेताओं से मिलने का समय मांगते हैं, जिससे लोगों के मन में संदेह पैदा होता है। उन्होंने यह भी कहा कि 2019 में दिल्ली में एक चर्चा थी कि फारूक और उमर अब्दुल्ला को पहले से पता था कि अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त कर दिया जाएगा। आजाद ने कहा कि उन्होंने सुना था कि फारूक और उमर अब्दुल्ला को उनकी इच्छा के अनुसार हिरासत में लिया गया था। इंटरव्यू का टेलीकास्ट सोमवार को किया गया।

नेशनल कांफ्रेंस हमेशा धर्मनिरपेक्षता के लिए खड़ी
फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि नेशनल कांफ्रेंस हमेशा धर्मनिरपेक्षता के लिए खड़ी रही है, खड़ी रहेगी और अब समय आ गया है कि आजाद कांग्रेस से अलग होने व जम्मू-कश्मीर में अपनी पार्टी बनाने का असली कारण बताएं। फारूक ने कहा कि उन्हें वास्तव में साफ करना होगा कि वह किस तरफ हैं। वह राज्यसभा का सदस्य नहीं रहने के बाद भी हर लाभ का आनंद ले रहे हैं। सवाल यह है कि कैसे?

आजाद के बयान को बचकाना और हास्यास्पद बताया
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उन्होंने कई अन्य नेताओं के साथ जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को रद्द करने के केंद्र सरकार के पांच अगस्त, 2019 के फैसले से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक की थी। फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि हमें जो भी करना होता है, दिन के उजाले में करते हैं। रात में समय क्यों मांगे…? उन्होंने आजाद के बयान को बचकाना और हास्यास्पद बताया।

गुलाम नबी आजाद पर हमला
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा ‘एक्स’ पर लिखा कि वाह भई वाह गुलाम नबी आजाद आज बहुत गुस्सा हैं। वह गुलाम कहां है जो 2015 में जम्मू-कश्मीर में राज्यसभा सीट पर जीत हासिल करने के लिए हमसे भीख मांग रहा था? उन्होंने लिखा कि (आप कह रहे हैं कि) अब्दुल्ला 370 के बारे में जानते थे, फिर भी हमें जन सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) के तहत आठ महीने से अधिक समय के लिए हिरासत में रखा गया और आप आजाद थे। आप जम्मू-कश्मीर के एकमात्र पूर्व मुख्यमंत्री थे, जो पांच अगस्त के बाद आजाद थे।

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