Loan App का जाल तोड़ने के मूड में सरकार… वित्त मंत्री सख्त, जानें क्यों बना चिंता का सबब?

नई दिल्ली,

देश में लोन ऐप (Loan App) के जाल में फंसकर लोग अपनी जान गंवा रहे हैं और इसके कई उदाहरण हालिया समय में सामने आए हैं. इन मामलों ने सरकार की चिंता बढ़ाई है और अब सरकार ऑनलाइन ऐप के जरिए अनधिकृत लोन बांटने पर सख्ती से लगाम लगाने के मूड में है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) समेत अन्य फाइनेंशियल रेग्युलेटर्स को इनसे निपटने के लिए निर्देश दिए हैं. बुधवार को हुई वित्तीय स्थिरता व विकास परिषद (FSDC) की 28वीं बैठक में इस मुद्दे पर गहन विचार-विमर्श किया गया.

वित्त मंत्री सीतारमण ने दिए ये निर्देश
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को हुई इस FSDC की बैठक में RBI समेत वित्तीय क्षेत्र के नियामकों से ऑनलाइन ऐप के जरिये अनधिकृत कर्ज वितरण के प्रसार पर लगाम लगाने के लिए अतिरिक्त कदम उठाते हुए इनसे सख्ती से निपटने के लिए कहा है. वित्त मंत्री ने वित्तीय नियामकों से घरेलू और वैश्विक व्यापक वित्तीय स्थिति को देखते हुए उभरते वित्तीय स्थिरता जोखिमों का पता लगाने के लिए निरंतर निगरानी बनाए रखने और सक्रिय रहने के लिए भी निर्देशित किया है.

क्या होता है Instant Loan?
Online Loan ऐप के जरिए कर्ज देने वाली कंपनियों की संख्या बढ़ती जा रही है. यहां ये जान लेना जरूरी है कि आखिर इंस्टेंट लोन ऐप (Instant Loan App) है क्या? तो बता दें ये ऐसा मोबाइल एप्लीकेशन है, जिससे कोई भी व्यक्ति तुरंत लोन ले सकता है. भारत में अनेक बैंक और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां (NBFC) हैं, जो ग्राहकों को इंस्टेंट लोन प्रदान कर रही हैं. नाम के मुताबिक, इनसे लोन पाने में समय भी नहीं लगता और ज्यादा कागजी कार्रवाई की जरूरत नहीं पड़ती. लोन एप के जरिए कर्ज लेने में बैंक के चक्कर भी नहीं लगाने पड़ते और ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करके मिनटों में काम हो जाता है. लेकिन जितना आसान ये प्रोसेस है, उतना ही जोखिम भरा भी है.

फर्जी लोन एप्स पर कार्रवाई जारी
दरअसल, ऐप के जरिए लोन बांटने वालों में बड़ी संख्या फर्जी लोन ऐप भी काम कर रहे हैं, जिनके जरिए लोग फ्रॉड का शिकार हो रहे हैं. बीते दिनों केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री भगवत कराड ने राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित जवाब में बताया था कि गूगल (Google) ने एक साल में अपने प्ले-स्टोर से करीब 2,200 फर्जी लोन एप्स को रिमूव किया है. सरकार की ओर से बताया गया था कि लोगों ये ऐप सितंबर 2022 और अगस्त 2023 के बीच हटाए गए, जो लोगों के साथ फ्रॉड कर रहे थे. अब वित्त मंत्री ने भी बैठक के दौरान फिलहाल मौजूद इस तरह के लोन ऐप की निगरानी कर इन पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.

भोपाल में हंसता-खेलता परिवार हुआ था तबाह
इस लोन ऐप के जरिए कर्ज लेने के साइडइफेक्ट का एक बड़ा मामला बीते साल खासा चर्चा में रहा था, जब भोपाल के रातीबड़ थाना क्षेत्र के नीलबड़ में इस कर्ज के जाल में फंसकर एक पूरा हंसता-खेलता परिवार खत्म हो गया. एक दंपत्ति ने लोन एप के झांसे में आकर दो मासूम बच्चों के साथ मौत को गले लगा लिया. ऑनलाइन लोन ऐप चलाने वाली कंपनी द्वारा उससे धमकी दी जा रही थी, जिसके चलते दंपत्ति द्वारा यह कदम उठाया गया है. मृतक ने 4 पन्नों के सुसाइड नोट में लोन ऐप का इसके लिए जिम्मेदार ठहराया था.

RBI ने बनाई हैं नई गाइडलाइंस
भोपाल का मामला इन लोन ऐप के चलते हुई घटनाओं का पहला मामला नहीं है, बल्कि इस तरह की घटनाएं आए दिन सामने आ रही हैं. इन्हें संज्ञान में लेकर बीते दिनों भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने Loan का भुगतान करने में होने वाली देरी पर लगाई जाने वाली पेनल्टी को लेकर नई गाइडलाइंस जारी की थीं, जो कि 1 जनवरी 2024 से लागू हो चुकी हैं. इसके तहत कर्ज चुकाने से चूकने पर ग्राहकों को पेनल्टी नहीं देनी होगी. लोन अकाउंट में दंडात्मक शुल्क (Penal Charges) के संबंध में जारी दिशा-निर्देश आरबीआई द्वारा रेग्यूलेटेड सभी बैंकिंग संस्थाओं पर लागू होंगे.

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