रांची
इंग्लैंड के खिलाफ भारतीय टीम राजकोट टेस्ट के दूसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद मुश्किल स्थिति में है। पहली पारी में इंग्लैंड ने 353 रन बना दिए थे। जवाब में भारतीय टीम का स्कोर 7 विकेट पर 219 रन है। रोहित शर्मा की टीम पहली पारी में अभी भी 134 रन पीछे है। बल्लेबाजी के लिए पिच काफी मुश्किल है। ऐसे में चौथी पारी में रन बनाना आसान नहीं होने वाला है। लेकिन भारतीय टीम को मुश्किल स्थिति में पहुंचने के जिम्मेदार काफी हद तक अंपायर भी हैं।
भारत के खिलाफ अंपायर्स कॉल
रांची टेस्ट के दूसरे दिन भारतीय टीम के अभी तक 7 विकेट गिरे हैं। इसमें तीन बल्लेबाज अंपायर्स कॉल की वजह से पवेलियन लौटे। शुभमन गिल एलबीडब्ल्यू हुए थे। अंपायर ने उन्हें आउट किया। रिप्ले में इम्पैक्ट अंपायर्स कॉल था। रिव्यू तो बच गया लेकिन गिल आउट हो गए। इसके बाद रजत पाटीदार और फिर रविचंद्रन अश्विन भी अंपायर्स कॉल की वजह से आउट हुए। मैच में ऑस्ट्रेलिया के रोड टकर और श्रीलंका के कुमार धर्मसेना मैदानी अंपायर हैं।
बॉलिंग के समय तीन फैसले खिलाफ
गेंदबाजी के समय भी भारतीय टीम के खिलाफ तीन फैसले गए। इसके अलावा एक बार अंपायर्स कॉल की वजह से बेन डकेट बच गए। फिर ओली पोप और जॉनी बेयरस्टो को भी अंपायर ने आउट नहीं दिया था। भारत की डीआरएस की वजह से विकेट मिला। वहां भी अंपायर्स कॉल हुआ तो दोनों बच जाते। इसके बाद जब ओली रोबिंसन 8 रन पर थे तो अंपायर ने उन्हें आउट नहीं दिया। भारत के पास डीआरएस नहीं बचा था। रोबिंसन ने 58 रन बनाकर इंग्लैंड को 350 के पार पहुंचने में मदद की।
डीआरएस बर्बाद होने के लिए अंपायर जिम्मेदार
भारतीय टीम के तीन डीआरएस 60वें ओवर तक ही खत्म हो गए। इसकी बड़ी वजह भी खराब अंपायरिंग रही। बार-बार गलत फैसले मिलने की वजह से भारतीय टीम को डीआरएस लेना पड़ रहा था। यही वजह रही कि भारतीय टीम के तीनों डीआरएस खत्म हो गए। इसी वजह से टीम इंडिया रोबिंसन का विकेट शुरुआत में नहीं ले पाई।