नई दिल्ली
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इलेक्शन लड़ने संबंधी भारतीय जनता पार्टी (BJP) के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया है। उन्होंने इसे यह कहते हुए ठुकराया कि उनके पास उस तरह का पैसा नहीं है जैसा लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए चाहिए। उन्होंने कहा कि बीजेपी अध्यक्ष (जे पी नड्डा) ने उन्हें आंध्र प्रदेश या तमिलनाडु से चुनाव लड़ने का विकल्प दिया था।
वित्त मंत्री सीतारमण ने यहां एक कार्यक्रम में कहा, ‘एक हफ्ते या दस दिन तक सोचने के बाद मैंने जवाब दिया… नहीं। मेरे पास चुनाव लड़ने के लिए उस तरह का धन नहीं हैं। मुझे यह भी समस्या है कि आंध्र प्रदेश या तमिलनाडु। जीतने लायक अलग-अलग मानदंडों का भी सवाल है… आप इस समुदाय से हैं या आप उस धर्म से हैं? मैंने नहीं कहा, मुझे नहीं लगता कि मैं ऐसा करने में सक्षम हूं।’
चुनाव नहीं लड़ेंगी सीतारमण
वित्त मंत्री ने कहा, ‘मैं बहुत आभारी हूं कि उन्होंने मेरी दलीलों को स्वीकार कर लिया…इसलिए मैं चुनाव नहीं लड़ रही हूं।’ जब उनसे सवाल किया गया कि देश की वित्त मंत्री के पास भी लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए पर्याप्त धन क्यों नहीं है तो उन्होंने कहा कि भारत की संचित निधि उनकी अपनी नहीं है।
भारत के फंड में मेरे नहीं
उन्होंने कहा, ‘मेरा वेतन, मेरी आमदनी, मेरी बचत मेरी है, न कि भारत की संचित निधि।’ बीजेपी ने लोकसभा चुनाव में राज्यसभा के कई सदस्यों को मैदान में उतारा है। इनमें पीयूष गोयल, भूपेंद्र यादव, राजीव चंद्रशेखर, मनसुख मांडविया और ज्योतिरादित्य सिंधिया शामिल हैं।निर्मला सीतारमण कर्नाटक से राज्यसभा की सदस्य हैं। उन्होंने कहा कि वह विभिन्न उम्मीदवारों के लिए चुनाव प्रचार करेंगी। उन्होंने कहा, ‘मैं कई मीडिया कार्यक्रमों में भी भाग लूंगी। मैं प्रचार अभियान में शामिल रहूंगी।’