‘मुझे धीमा जहर दिया जा रहा, मेरा दम निकल जाएगा’, मुख्तार ने पिछले हफ्ते ही लगाया था आरोप, अब इलाज के दौरान हुई मौत

लखनऊ,

यूपी की बांदा जेल में बंद माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की गुरुवार शाम मौत हो गई है. मेडिकल रिपोर्ट की मानें तो मुख्तार की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई. लेकिन यह मौत इतनी साधारण नहीं है. दरअसल मेडिकल रिपोर्ट से इतर मुख्तार का परिवार पहले से प्रशासन पर उसकी हत्या की प्लानिंग का आरोप लगाता रहा है. हाल ही में होली से पहले भी मुख्तार ने कोर्ट को चिट्ठी लिखकर यही बात कही थी.

बताया जा रहा है कि बैरेक में मुख्तार अंसारी अचानक बेहोश होकर गिर गया था. इससे पहले मंगलवार को भी रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था, उसे स्टूल सिस्टम की समस्या थी. 14 घंटे ICU में रखकर इलाज किया गया था. बता दें, मुख्तार ने कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर आरोप लगाया था कि उसे जेल में धीमा जहर दिया जा रहा है.

‘मुझे धीमा जहर दिया जा रहा है’
कुछ दिनों पहले ही उसने अदालत को प्रार्थना पत्र लिखकर कहा था कि उसे खाने में धीमा जहर दे दिया गया है. इससे तबीयत ज्यादा बिगड़ गई है. इस पर कोर्ट ने जेल प्रशासन को उपचार के साथ-साथ सुरक्षा व्यवस्था को लेकर निर्देश दिए थे. कोर्ट के आदेश के बाद मुख्तार अंसारी के चेकअप के लिए दो डॉक्टरों के पैनल की टीम मंडल कारागार पहुंची थी. इसमें एक फिजिशियन और एक ऑर्थोपेडिक स्पेशलिस्ट डॉक्टर थे. टीम ने चेकअप के बाद ब्लड टेस्ट कराया. रिपोर्ट आने पर कब्ज और दर्द की कुछ दवाइयां भी दी गई थीं.

तब डॉक्टरों ने रोजे को बताया था कारण
इसके बाद डॉक्टरों ने जेल प्रशासन को बताया कि रोजा रखने के कारण मुख्तार के साथ ऐसा हो रहा है. भूखे रहने के बाद अचानक ओवरफीडिंग की वजह से मुख्तार को दिक्कत हो रही है. फिलहाल, उसका इलाज किया जा रहा है. जेल प्रशासन द्वारा मुख्तार अंसारी की मेडिकल रिपोर्ट कोर्ट को भेजी जाएगी.

‘…मेरा दम निकल जाएगा’
दरअसल बीते गुरुवार यानी 21 मार्च को बाराबंकी की एमपी-एमएलए कोर्ट नंबर 4 में गैंगस्टर मुख्तार अंसारी की चर्चित एंबुलेंस मामले में पेशी थी. इसी दौरान मुख्तार अंसारी के वकील ने कोर्ट में मुख्तार की तरफ से प्रार्थना पत्र जज को सौंपा. जिसमें लिखा था कि साहब 19 मार्च की रात मुझे खाने में विषाक्त पदार्थ दिया गया है. जिसकी वजह से मेरी तबियत खराब हो गई है. ऐसा लग रहा है कि मेरा दम निकल जाएगा और बहुत घबराहट हो रही है. इससे पहले मेरा स्वास्थ्य पूरी तरह से ठीक था. कृपया मेरा सही से डाक्टरों की टीम बनाकर इलाज करवा दें. 40 दिन पहल भी मुझे विषाक्त प्रदार्थ मिलाकर दिया गया था.

बांदा जेल से बाहुबली मुख्तार अंसारी वर्चुअल पेशी के दौरान हाजिर नहीं हुआ. जेल के डिप्टी जेलर महेंद्र सिंह हाजिर हुए. पेशी के दौरान उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि मुख्तार अंसारी बीमार है. जिसकी वजह से सुनवाई में पेश होने में असमर्थ है. कोर्ट ने 29 मार्च की तारीख लगा दी. लेकिन 28 मार्च को ही मुख्तार की मौत हो गई.

बेटे को भी मिलने नहीं दिया
गौरतलब है कि इससे पहले 26 मार्च को माफिया मुख्तार अंसारी की तबीयत खराब होने के बाद उसे बांदा जेल से मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था. इस बीच मुख्तार के बेटे उमर अंसारी अपने पिता से मिलने अस्पताल पहुंचे थे. लेकिन उमर ने तब पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाया था कि उन्हें अपने पिता मुख्तार से मिलने नहीं दिया गया. उमर अंसारी के मुताबिक, मैं 900 किलोमीटर चलकर आया हूं. रोजे से भी हूं. मगर मुझे मिलने नहीं दिया गया, शीशे तक से भी देखने नहीं दिया गया. हमारे साथ ज्यादती की जा रही है.

मुख्तार के छोटे बेटे उमर अंसारी ने मीडिया से बात करते कहा था कि हम कानून के रास्ते से अपनी लड़ाई लड़ेंगे और सर्वोच्च न्यायालय जाएंगे. हमें सर्वोच्च न्यायालय से उम्मीद है. हमें न्यायपालिका पर विश्वास है कि वह हमें न्याय देंगे. इसके बाद मुख्तार अंसारी की तबीयत में सुधार देखा गया था और उसे फिर से जेल भेज दिया गया था.

डॉक्टर ने की मौत की पुष्टि
आपको बताते चलें कि मुख्तार को उल्टी की शिकायत और बेहोशी की हालत में रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी वार्ड में लाया गया था. तुरंत ही 9 डॉक्टर्स की टीम तत्काल चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराई गई. लेकिन डॉक्टरों के काफी प्रयास के बाद कार्डियक अरेस्ट से मुख्तार की मौत हो गई. मुख्‍तार अंसारी की मौत के बाद पूरे प्रदेश में अलर्ट कर दिया गया है. पुलिस मऊ, गाजीपुर में फ्लैग मार्च कर रही है. मेडिकल कॉलेज और बांदा जेल के बाहर भारी संख्‍या में पुलिस फोर्स तैनात है. डॉक्‍टरों का तीन पैनल मुख्‍त

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