नई दिल्ली,
इजरायली सेना ने हमास के बड़े ठिकाने को नेस्तनाबूत करने का दावा किया है. आईडीएफ ने इसकी लाइव तस्वीरें भी जारी की है. इजरायली सेना द्वारा जारी इन तस्वीरों में एक इमारत को जबरदस्त हवाई हमले में तबाह होते हुए देखा जा सकता है. इजरायली वायु सेना ने इन हमलों के साथ ही दावा किया कि विध्वंसक हवाई हमले में हमास के आतंकी सुरंग को निशाना बनाया गया है, जो इस इमारत के नीचे से गुजरती थी.
इजरायली सेना ने ये भी दावा किया है कि ये सुरंग हमास के बड़े आतंकियों का सुरक्षित ठिकाना था. हालांकि इजारयल की तरफ से ये नहीं साफ हो पाया कि इस हमले में कितने लोग हताहत हुए हैं. ये हमला तब हुआ है शुक्रवार को ही इजरायली एयरस्ट्राइक में ही हिजबुल्ला का डिप्टी कमांडर अली आबेद नईम लेबनान में मारा गया था. नईम हिज़्बुल्ला के मिसाइल और रॉकेट यूनिट का डिप्टी कमांडर था. उसके नेतृत्व में इजरायल पर बड़े हमले किए थे.
इसके बाद से ही नईम इजरायली सेना के निशाने पर था. आईडीएफ उसकी तलाश में थी. लेबनान के अलावा उत्तर पश्चिम सीरिया के अलेप्पो में इजरायली हवाई हमले में 42 लोगों की मौत हुई है. इजरायली विमानों ने हिज़्बुल्लाह के हथियार भंडार को निशाना बनाया. इसमें कई आतंकी मारे गए. 7 अक्टूबर के बाद से ही इजारयल हमास के आतंकियों को गाजा के साथ-साथ लेबनान और सीरिया में भी अपने दुश्मनों को निशाना बना रहा है.
गाजा में राहत सामग्री आने से रोक रहे इजरायल को अंतरराष्ट्रीय कोर्ट से तगड़ा झटका लगा है. संयुक्त राष्ट्र की शीर्ष अदालत ने इजरायल को आदेश दिया है कि वो बिना किसी रुकावट के गाजा में राहत सामग्री और मेडिकल सहायता जाने दे. गाजा में खाद्य संकट को लेकर दक्षिण अफ्रीका ने इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ़ जस्टिस का दरवाजा खटखटाया था. इसके बाद ये फैसला आया है, जो कि फिलिस्तीनियों के लिए राहत भरी खबर हैं.
संयुक्त राष्ट्र की शीर्ष अदालत ने इजरायल को आदेश दिया है कि वो बिना किसी रुकावट के गाज़ा में राहत सामग्री और मेडिकल सहायता जाने दे. गाजा में कुछ हफ़्तों के भीतर अकाल पड़ने की चेतावनी के बाद ये आदेश आया है. इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ़ जस्टिस ने गाजा में राहत सामग्री आने से रोकने जाने पर इजरायल की आलोचना भी की थी. इसके साथ ही कोर्ट ने कहा कि रफाह क्रसिंग पर राहत समाग्री से भरे ट्रकों को जाने दिया जाए.
इधर इजराइल ने राहत रोके जाने के आरोपों को ‘आधारहीन’ बताया है. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक गाजा में खाद्य संकट को लेकर दक्षिण अफ़्रीका ने अंतरराष्ट्रीय न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था. इसके बाद ये आदेश आया है. इससे पहले दक्षिण अफ़्रीका गाजा में फिलिस्तीनियों के नरसंहार को लेकर भी इजरायल को इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ़ जस्टिस घसीट चुका है. पिछले साल अक्टूबर से ही इजरायल ने गाजा की घेराबंदी कर रखी है.
इसकी वजह से गाजा में खाद्य संकट पैदा हो गया है. संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के मुताबिक गाजा की 23 लाख की आबादी में से 80 फीसदी लोगों को दो वक्त का भोजन नहीं मिल पा रहा. यहां हालात इतने खराब है कि पर्याप्त मात्रा में भोजन और दवाईयां ना मिलने की वजह से बच्चे दम तोड़ रहे हैं. पिछले हफ्ते विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख डॉ. टेड्रोस ने दावा किया था कि गाजा में पांच साल से कम उम्र के 60 फीसदी बच्चे कुपोषित हो गए हैं.