भोपाल ,
लोकसभा चुनाव 2024 से पहले कांग्रेस विधायक कमलेश शाह के BJP में शामिल होने पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का बयान सामने आया है. CM यादव का कहना है कि भाजपा में शामिल होने वाले कांग्रेस पार्टी के नेताओं को बड़ी राहत महसूस हो रही है. कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने पार्टी पर कब्जा कर लिया है. उनके परिवार में यह मानसिकता है कि उनकी पत्नी और बेटा ही नेता बन सकते हैं, और सामान्य समाज से किसी को भी नेता नहीं बनना चाहिए.
भाजपा के अंदर कांग्रेस के लोग बड़ी संख्या में आकर अपने आप में सुकून पाते हैं. राजनीतिक दृष्टि से काम करने के अवसर की प्रतीक्षा रहती है. सभी समाज के लोगों के साथ चलने की जो भाजपा की परंपरा है, वो सहज लोगों को आकर्षित करती है.
CM मोहन यादव का बयान:-
– कांग्रेस और खासकर इनके बड़े नेता ने अपने परिवार में कांग्रेस को बंद कर लिया है. उनकी पत्नी, उनके बेटे वही नेता बनने चाहिए. आम समाज का कोई व्यक्ति नेता नहीं बनना चाहिए.
– कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ जी छिंदवाड़ा कांग्रेस के प्रत्याशी हैं. गौड़ समाज के नेता कमलेश शाह जी अभी तक कांग्रेस में थे, तो बहुत अच्छे थे, जिनकी तीन पीढियां विधायक रही हैं.
– कमलेश शाह राज परिवार के सदस्य हैं. अब हमारे परिवार में शामिल हो गए हैं. उनको गद्दार, बिकाऊ कहना और गाली देना.. मैं इसे किसी भी दृष्टि से उचित नहीं मानता.
– नकुलनाथ द्वारा आदिवासी समाज के ऐसे नेता को गाली देना, ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्हें उनसे और उनके पूरे समाज से क्षमा मांगना चाहिए.
– छिंदवाड़ा में कमलनाथ जी की स्थिति बहुत गड़बड़ है. ये वो गड़बड़ी के प्रमाण हैं कि ये किसी समाज को नहीं जानते और किसी के बारे में कुछ भी बोल देते हैं. अपमान कर देते हैं राजनीति में इससे किसी की छवि नहीं बनती है.
– समाज के इतने बड़े व्यक्ति का उसके उल्टे जब कमलेश शाह जी आए तो उन्होंने सम्मान के साथ कहा कि कमलनाथ मेरे आदरणीय रहे हैं. जब कमलेश शाह जी विनम्रता रख रहे हैं, सम्मान रख रहे हैं लेकिन आप (नकुलनाथ) उनको गाली दे रहे हैं.
बता दें कि छिंदवाड़ा लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी नकुलनाथ ने अमरवाड़ा की एक सभा में बीजेपी का दामन थामने वाले कमलेश शाह को आड़े हाथों लिया था. कहा कि वैसे तो आदिवासी गद्दार नहीं होते, बिकाऊ नहीं होते, लेकिन आप ही के चुने विधायक गद्दार भी निकले और बिकाऊ भी निकले. मैं आपसे पूछना चाहता हूं कि क्या आप उन्हें (कमलेश शाह) माफ करेंगे?