गाजीपुर:
मुख्तार अंसारी अब अतीत का हिस्सा हो चुका है। गाजीपुर सहित पूर्वांचल के इलाके में अपराध और राजनीति की सीढ़ियां चढ़ने वाले बाहुबली की मौत जेल में हार्ट अटैक आने की वजह से हो गई। उसे कुछ लोग माफिया मानते हैं तो कुछ लोग मसीहा। पांच बार विधायक रहे मुख्तार के ऊपर 65 केस भी दर्ज थे। अपने लोगों के बीच मुख्तार की छवि रॉबिनहुड की भी रही। इसका उदाहरण देखने को मिला जनाजे की नमाज और फिर कब्र में दफन किए जाते समय उमड़ी भीड़ को देखकर। एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें मुख्तार को पढ़ाने वाले टीचर की आंखें नम दिखाई पड़ रही हैं।
दरअसल, सोशल मीडिया पर एक वीडियो क्लिप वायरल हो रही है। इसमें एक यूट्यूबर गाजीपुर के मोहम्मदाबाद में मुख्तार को अंतिम विदाई देने आए लोगों से बात करता नजर आता है। इस दौरान वह पास में बैठे एक बुजुर्ग के पास माइक ले जाकर उनका परिचय पूछता है। बुजुर्ग अपना नाम सुरेंद्रनाथ राय बताते हुए खुद को मुख्तार का टीचर भी बताते हैं। वह कहते हैं कि अरे हम उनको पढ़ाए हैं, यहीं स्कूल में उनके टीचर रहे हैं।
मुख्तार के मास्टर- सुरेंद्र नाथ राय
यह पूछे जाने पर कि मुख्तार कैसे थे, मास्टर सुरेंद्रनाथ राय कहते हैं- वह बहुत अच्छे थे। इसके बाद बेटे अब्बास को जनाजे में आने के लिए पैरोल नहीं मिलने की बात पर उनके आंसू निकल पड़े। यूट्यूबर के यह पूछे जाने पर कि आपके छात्र अब इस दुनिया में नहीं हैं, सुरेंद्रनाथ रुंधे गले और आंखों में आंसू के साथ कुछ नहीं सके।
जनाजे में उमड़ी हजारों की भीड़
मुख्तार अंसारी को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच गाजीपुर जिले के उनके पैतृक निवास युसूफपुर मोहम्मदाबाद के कालीबाग कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। जनाजे में बहुत बड़ी संख्या में लोगों का सैलाब उमड़ आया। इस दौरान कई लोगों ने नारेबाजी भी की और कब्रिस्तान में घुसने को लेकर भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। गाजीपुर की डीएम आर्यका अखौरी ने सख्त रुख अपनाया।