लखनऊ/पीलीभीत,
सुल्तानपुर से भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार मेनका गांधी सोमवार को पहली बार 10 दिवसीय दौरे पर अपने लोकसभा क्षेत्र पहुंचीं. इस दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उनका जगह-जगह फूल माला और बैंड बाजा से स्वागत किया. यहां मीडिया ने उनसे उनके बेटे बीजेपी नेता वरुण गांधी को लेकर सवाल किए जिनका इस बार पीलीभीत से टिकट कट गया है.
‘इलेक्शन के बाद देखते हैं, अभी लंबा समय है’
सुल्तानपुर पहुंची मेनका गांधी से जब वरुण गांधी का पीलीभीत से टिकट कटने को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, ‘आप ये उनसे पूछिए, इलेक्शन के बाद देखते हैं, अभी लंबा समय है.’ मेनका गांधी से पूछा गया कि क्या वरुण भी आने वाले थे? उन्होंने जवाब दिया, ‘वरुण और उनकी बहू दोनों को इस वक्त वायरल फीवर है और मेरी समधन को हार्ट अटैक हुआ है तो घर में इस वक्त बीमारी चल रही है.’मेनका गांधी से पूछा गया कि क्या आगे वह आपके चुनाव की कमान संभालेंगे? इस पर उन्होंने हंसते हुए कहा, ‘क्या मैं अपनी कमान नहीं सभाल सकती हूं? इस बार पार्टी कमान संभाले.’
क्या अमेठी-रायबरेली में बीजेपी से डर रही कांग्रेस?
उनसे पूछा गया कि कांग्रेस नेताओं की तरफ से बयान आ रहे हैं कि गांधी परिवार को एक हो जाना चाहिए. जवाब में उन्होंने कहा, ‘मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगी.’ पत्रकारों ने सवाल किया, ‘कांग्रेस ने अमेठी और रायबरेली से प्रत्याशी घोषित नहीं किया है, क्या कांग्रेस बीजेपी से डर रही है?’ जवाब में मेनका गांधी ने कहा, ‘कांग्रेस वालों से सवाल कीजिए. मैं कैसे बता सकती हूं. मैं भाजपा में हूं.’
वरुण की जगह जितिन प्रसाद मैदान में
बीजेपी ने इस बार पीलीभीत से वरुण गांधी की जगह जितिन प्रसाद को टिकट दिया है. ऐसी खबरें आई थीं कि वरुण गांधी इस सीट से स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ सकते हैं. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने उन्हें ऑफर देते हुए कहा था कि वरुण गांधी को अब कांग्रेस में शामिल हो जाना चाहिए. जितिन प्रसाद के नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद एक रैली को संबोधित करते हुए चौधरी ने कहा, ‘वरुण गांधी एक वरिष्ठ नेता हैं और पार्टी जल्द ही उन्हें कोई जिम्मेदारी देंगे.’