ताइपे:
ताइवान में बुधवार की सुबह भूकंप के खतरनाक झटके लगे हैं। लेकिन इस दौरान भी चीन अपनी आक्रामकता दिखाने में पीछे नहीं रहा है। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उसकी सीमा के करीब 30 से ज्यादा चीनी युद्धक विमान और 9 नौसेना के जहाज का पता चला है। भूकंप आने के एक घंटे बाद ताइवान ने यह दावा किया है। 24 घंटे की अवधि में द्वीप के करीब इतने विमान इस साल के सबसे ज्यादा हैं। चीन ताइवान को अपना क्षेत्र बताता है। चीन कहता रहा है कि वह ताइवान को अपने नियंत्रण में ले लेगा। भले ही इसके लिए बल प्रयोग क्यों न करना पड़े।
ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि 20 विमान ने द्वीप के एयर डिफेंस आइडेंटिफिकेशन जोन (ADIZ) को पार किया। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने एक्स पर इससे जुड़े एक पोस्ट में लिखा, ‘आज सुबह 6 बजे तक ताइवान के आसपास चीनी सेना के 30 विमान और नेवी के 9 जहाजों का पता लगाया गया। 20 विमान ताइवान की उत्तरी, मध्य रेखा और AIDZ में प्रवेश कर गए। ताइवान सैन्य बल ने स्थिति की निगरानी की और जवाब देने के लिए उचित बल तैनात किया।’
घुसपैठ पर चुप है चीन
चीन ने अभी तक ताइवान के दावे का जवाब नहीं दिया है। कई सोशल मीडिया यूजर्स ने कथित तौर पर ताइवान के पास जहाजों के वीडियो पोस्ट किए हैं। नवभारत टाइम्स इसकी प्रमाणिकता की पुष्टि नहीं करता है। इससे एक दिन पहले ताइवान ने अपनी सीमा के करीब चीन की एक सैटेलाइट लॉन्च का भी पता लगाया था। पिछले महीने ताइवान ने द्वीप के करीब 36 चीनी युद्ध विमानों का पता लगाया था। यह इस साल विमानों की सबसे ज्यादा संख्या है। घुसपैठ में बढ़ोतरी को एक्सपर्ट्स ग्रे जोन कार्रवाई कहते हैं। यह ऐसी चालें हैं जो पूर्ण युद्ध से कम होती हैं।
ताइवान के करीब घुसपैठ करता चीन
साल 2016 में राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन के चुनाव जीतने के बाद घुसपैठ में तेजी आई है। उन्होंने ताइवान को पहले ही स्वतंत्र माना है, जिसे चीन पूरी तरह नकारता है। चीन लगभग हर रोज ताइवान के करीब उकसाने वाली कार्रवाई करता है। इसके अलावा वह युद्धक विमान और नौसैनिक जहाज तैनात करता है। ताइवान में बुधवार की सुबह 25 साल में सबसे ताकतवर भूकंप आया है। इस भूकंप के कारण 4 लोगों की मौत हो गई और 50 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।