वॉशिंगटन
रूस और यूक्रेन के बीच लंबे समय से चल रही लड़ाई के बीच परमाणु हमले की भी धमकियां दी जा रही हैं। इन धमकियों के बीच हाल ही में कुछ अवर्गीकृत दस्तावेजों से इस बात का चौंकाने वाला विवरण सामने आया है कि परमाणु युद्ध हुआ तो क्या होगा। “सामान्य परमाणु युद्ध” शीर्षक वाली गुप्त फाइलें अमेरिकी सरकार द्वारा रखे गए सबसे वर्गीकृत सीक्रेट में से एक हैं। ये दस्तावेज दशकों से अस्पष्ट थे। ये बताते हैं कि कैसे परमाणु युद्ध में वाशिंगटन डीसी पहला लक्ष्य हो सकता है।
द सन की रिपोर्ट के मुताबिक, रविवार को द मेल में पहली बार सामने आए दस्तावेजों में कहा गया है कि पेंटागन एक मेगाटन थर्मोन्यूक्लियर बम के आश्चर्यजनक हमले से प्रभावित होगी। परमाणु, रासायनिक और जैविक रक्षा कार्यक्रमों के पूर्व सहायक रक्षा सचिव एंड्रयू वेबर का कहना है कि डीसी के खिलाफ ‘बोल्ट आउट ऑफ द ब्लू’ वह हमला है, जिससे डीसी में हर कोई डरता है। बोल्ट आउट ऑफ द ब्लू अमेरिकी परमाणु कमान और नियंत्रण एक अकारण बड़े परमाणु हमले को संदर्भित करता है। एक मेगाटन थर्मोन्यूक्लियर बम का विस्फोट प्रकाश और गर्मी के एक बड़े विस्फोट के साथ शुरू होता है जिसे इंसानी दिमाग समझ नहीं सकता है। एक सौ अस्सी मिलियन डिग्री फारेनहाइट सूर्य के केंद्र के तापमान से पांच गुना अधिक है। साफ है कि विस्फोट के बाद के मिनट पूर्ण विनाश वाले होंगे।
कछ सेकेंड में होंगे भयावह परिणाम
रिपोर्ट कहती है कि वाशिंगटन डीसी के पास पेंटागन में विस्फोट के बाद मिलीसेकंड के एक अंश में प्रकाश का एक विस्फोट उभरेगा। यह नरम एक्स-रे प्रकाश, अत्यंत छोटी तरंग दैर्ध्य के साथ आसपास की हवा को तुरंत लाखों डिग्री के तापमान तक गर्म कर देता है। इससे लाखों मील प्रति घंटे की गति से फैलने वाले एक विशाल आग के गोले को जन्म मिलता है। कुछ ही सेकंड में ये आग का गोला एक मील से अधिक व्यास का हो जाता है, इसकी प्रचंड गर्मी के कारण कंक्रीट टूट जाता है, धातु द्रवीभूत या वाष्पीकृत हो जाती है और व्यक्ति तुरंत कार्बन में जल जाते हैं। पेंटागन की पांच मंजिला इमारत इसके 6.5 मिलियन वर्ग फुट के कार्यालय स्थान के भीतर की हर चीज के साथ झटके में दीवारे टूट जाएंगी और सभी 27,000 लोगों की जान चली जाएगी।
इससे केवल आठ से नौ मिनट में पूरा इलाका तबाही का शिकार हो जाएगा। ये सभी संचार और परिवहन प्रणालियों को भीनष्ट कर देता है, इससे बचे हुए लोग बिना मदद के फंसे रह जाते हैं। पूर्व संघीय आपातकालीन प्रबंधन एजेंसी के निदेशक क्रेग फुगेट न द मेल को बताया कि जीवित बचे लोगों की एकमात्र आशा यह पता लगाना है कि कैसे भोजन और पानी का इंतजाम किया जाए। उनका कहना है कि एक परमाणु आर्मागेडन में दो अरब लोग मारे जाएंगे। यूनाइटेड स्टेट्स स्ट्रैटेजिक कमांड के पूर्व कमांडर जनरल रॉबर्ट केहलर चेतावनी देते हैं कि यह एक ऐसा परिदृश्य है, जिसकी कोई निर्धारित आरंभ तिथि नहीं है क्योंकि अगले कुछ घंटों में दुनिया खत्म हो सकती है।
व्लादिमीर पुतिन ने एक बयान में कहा है कि अगर उन्हें लगता है कि पश्चिम रूस की संप्रभुता को खतरा पहुंचा रहा है तो वह परमाणु हथियार लॉन्च करने के लिए तैयार हैं। इसे तीसरे विश्व युद्ध की धमकी की तरह देखा जा सकता है। पुतिन ने कहा कि अगर हम रूसी राज्य के अस्तित्व के बारे में बात कर रहे हैं, जो हमारी संप्रभुता और स्वतंत्रता को नुकसान पहुंचा रहा है, तो हम परमाणु सहित किसी भी हथियार सहित हथियारों का उपयोग करने के लिए तैयार हैं। एक भयावह परमाणु युद्ध सिम्युलेटर से पता चला कि कैसे एक रूसी परमाणु हमला एक वैश्विक संघर्ष को जन्म दे सकता है, जिसमें कुछ ही घंटों में 35 मिलियन लोग मारे जा सकते हैं।