जालंधर,
जम्मू-कश्मीर में टारगेट किलिंग करने वाले आतंकी मॉड्यूल के शूटर को पंजाब में पुलिस ने गिरफ्तार किया है. वो पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं से निर्देश लेता था. उनके इशारे पर हिंदुस्तान में लोगों की हत्याएं करता था. उसके पास से चाइनीज पिस्टल और कारतूस बरामद किया गया है.
पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि आरोपी को जम्मू-कश्मीर में भय और अशांति पैदा करने के लिए टारगेट किलिंग करने का काम सौंपा गया था. पाकिस्तान स्थित गुर्गे उसके जैसे आतंकी मॉड्यूल के शूटरों के हैंडलर हैं, जिनके इशारे पर वे हत्याएं कर रहे हैं.
डीजीपी ने कहा, “खुफिया आधारित ऑपरेशन में तेजी से कार्रवाई करते हुए पंजाब पुलिस के काउंटर इंटेलिजेंस ने सीमा पार गुर्गों द्वारा योजनाबद्ध तरीके से लक्षित हत्याओं को टाल दिया है. आतंकी मॉड्यूल के एक सदस्य को चाइनीज पिस्तौल और कारतूस के साथ गिरफ्तार किया है.
पंजाब पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपी की पहचान अमृतसर के उधो नंगल गांव के लवप्रीत सिंह उर्फ पिचो के रूप में हुई है. पुलिस ने उसके कब्जे से .30 बोर की स्वचालित चाइनीज पिस्तौल, एक मैगजीन और चार जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं. पुलिस हिरासत में उससे पूछताछ की जा रही है.
जानकारी के मुताबिक, खुफिया सूचना के आधार पर तेजी से कार्रवाई करते हुए काउंटर इंटेलिजेंस और जालंधर पुलिस टीमों ने रामा मंडी में एक चेक बैरियर लगाया. इसी दौरान आरोपी शूटर वहां से गुजर रहा था, जो पुलिस को देखते ही भागने लगा. इसके बाद पुलिस टीम ने उसे धर दबोचा.
काउंटर इंटेलिजेंस में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नवजोत सिंह महल ने कहा कि आरोपी ने दुबई से अपने बैंक खाते में पैसे प्राप्त किए और जम्मू-कश्मीर के सांबा से गोला-बारूद के साथ पिस्तौल खरीदी. उसके खिलाफ आईपीसी की संबंधित धाराओं और शस्त्र अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है.
बताते चलें कि जम्मू-कश्मीर में संगठित आतंकवाद कम होने के बाद टारगेट किलिंग की घटनाएं बढ़ गई है. पिछले साल भी आतंकियों ने अलग अलग इलाकों में हिंदुओं और गैर कश्मीरियों की चुन चुन कर हत्या की थी. अनंतनाग, पुलवामा और पुंछ में टारगेट किलिंग की कई घटनाएं सामने आई थीं.
आतंकियों ने पहचान पूछकर हिंदुओं और गैर कश्मीरियों को निशाना बनाया था. जम्मू रीजन को कश्मीर की तुलना में काफी शांत माना जाता रहा है. लेकिन यहां भी टारगेट किलिंग की घटनाएं तेजी से बढ़ी है. इन घटनाओं ने पुलिस, प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है.
जम्मू- कश्मीर में सुरक्षाबल आतंकियों के खिलाफ लगातार अभियान चला रहे हैं. साल 2022 में कश्मीर में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच कुल 93 सफल मुठभेड़ हुई, जिसमें 42 विदेशी आतंकवादियों सहित 172 आतंकवादी मारे गए. इनसे अधिकतम आतंकवादी (108) LeT/TRF संगठन से थे.