नई दिल्ली
26 अप्रैल 2024 को दूसरे फेज के चुनाव होने वाले हैं। इसी बीच राजनीति में एक बार फिर से जातीय जनगणना का मुद्दा सुनाई दे रहा है। बुधवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पीएम मोदी और भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोलते हुए कहा कि जो लोग खुद को देशभक्त कहते हैं, वे जाति जनगणना के ‘एक्स-रे’ से डरे हुए हैं और कहा कि कोई भी ताकत इसे नहीं रोक सकती।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि 90 फीसदी आबादी के लिए न्याय सुनिश्चित करना उनके जीवन का मिशन है। इन लोगों के खिलाफ अन्याय हुआ है। उन्होंने कहा कि लोगों को समझ में आ गया है कि देश की अर्थव्यवस्था में और न्यायपालिका में उनकी कोई जगह नहीं है और देश 90 फीसदी उनका ही है। इसलिए इसको रोका नहीं जा सकता है। राहुल गांधी ने आगे कहा कि जैसे ही हमारी सरकार बनेगी सबसे पहले हमारा काम जाति जनगणना का ही होगा।
पीएम ने 16 लाख करोड़ रुपये 22 लोगों को दिए
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी ने 16 लाख करोड़ रुपये 22 लोगों को दिए हैं। कांग्रेस 90 फीसदी लोगों को इन रुपयों में से थोड़ी-थोड़ी रकम वापस करेगी। उन्होंने कहा कि यह मत सोचिए कि जाति जनगणना सिर्फ जातियों का सर्वेक्षण है। हम इसमें एक आर्थिक और संस्थागत सर्वेक्षण भी जोड़ देंगे।
राष्ट्रपति को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में नहीं बुलाया गया
कांग्रेस के घोषणापत्र को न्याय पत्र नाम दिया गया है। इसमें सामाजिक न्याय पर बात की गई है। जाति जनगणना के साथ-साथ सामाजिक न्याय के लिए भी कई वादे किए गए हैं। राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी घोषणापत्र से डरते हैं। उन्होंने कहा है कि जातीय जनगणना को कोई ताकत नहीं रोक सकती। हमारा एक भी व्यक्ति राम मंदिर में नहीं दिखा। जब नई संसद का उद्घाटन हुआ तो वहां एक भी दलित या आदिवासी नहीं था। राष्ट्रपति आदिवासी हैं। राहुल गांधी ने इस बात की आलोचना की है कि उन्हें भी इस कार्यक्रम में नहीं बुलाया गया।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि मीडिया में कोई दलित, ओबीसी नहीं है। मीडिया का पैसा ओबीसी के जरिये आता है। उन्हें मौका क्यों नहीं दिया जाता? हाईकोर्ट के 650 न्यायाधीश हैं। उन्होंने कहा कि इसमें केवल 100 ओबीसी जज हैं। मोदी कहते हैं, देश में सिर्फ अमीर और गरीब है। फिर अमीरों की जाति निकालों। इस बार उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनौती दी है कि गरीबों में दलित ओबीसी उभरकर सामने आएंगे।