नई दिल्ली,
संयुक्त राष्ट्र संघ से लेकर अमेरिका तक, चौतरफा दबाव दिए जाने के बावजूद इजरायल के जंग को लेकर अपने इरादे मजबूत हैं. वो किसी भी सूरत में हमास को छोड़ने के मूड में नहीं दिख रहा है. लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकाने को मिसाइल अटैक में तबाह करने की तस्वीरें जारी करके आईडीएफ ने साफ कर दिया है कि वो अपने दुश्मनों को हर मोर्चे से तबाह करने के ऑपरेशन से पीछे नहीं हटेगा. चाहे उसे किसी भी दिशा में हमला करना हो.
इसके अलावा दक्षिणी और उत्तरी गाजा में भी इजरायल सेना कहर बरपा रही है. दक्षिणी गाजा में इजरायली टैंकों की लंबी खेप नजर आई, जो वहां हमास के आतंकियों को निशाना बनाने का दावा कर रही है. इजरायली कार्रवाई की वजह से वहां राहत पहुंचाने जाने वाले ट्रकों की एंट्री भी रूक गई है. पिछले एक हफ्ते से भी ज्यादा समय से दक्षिणी गाजा की दोनों सीमाओं से राहत की कोई खेप नहीं आई है, क्योंकि यहां आईडीएफ भीषण हमले कर रहा है.
उत्तरी गाजा के जबालिया में भी इजरायली सैनिक टैंकों और खतरनाक हथियारों के साथ जमीनी कार्रवाई कर रहे हैं. यहां सैनिकों को एक-एक घरों को खंगालते हुए देखा गया. उधर इजरायली रक्षामंत्री ने भी राफा में और अधिक सैनिक भेजने की बात कही है. इससे साफ है कि इजरायल ज्यादा से ज्यादा सैनिकों को जंग के मैदान में उतारकर युद्ध को जल्द से जल्द मुकाम तक पहुंचाना चाहता है. क्योंकि 7 महीने से जारी इस जंग का पूरी दुनिया में विरोध हो रहा है.
गाजा के जबालिया से तीन बंधकों के शव मिले
गाजा के जबालिया से तीन बंधकों के शव मिले हैं. इजरायली सेना का कहना है कि तीनों शव हमास के एक सुरंग से मिले है. जिन लोगों के शव मिले हैं, उनकी पहचान शानी लूक, अमित बुस्किला और इट्ज़हाक के रूप में हुई है. इजरायली डिफेंस फोर्सेज ने बताया कि इन लोगों की सात अक्टूबर को ही हत्या कर दी गई थी. इसके बाद इन्हें गाजा ले जाया गया था. इनके शवों को जानबूझकर सुरंग में रखा गया था, ताकि इजरायल पर दबाव डाला जा सके.
इजरायली सेना के प्रवक्ता डेनियल हगारी ने कहा, “भारी मन से मैं यह खबर साझा कर रहा हूं कि कल रात हमारी सेना नेशनि लौक, अमित बुस्किला और इट्ज़हाक गेलर्नटर के शवों को बरामद किया है. उन्हें 7 अक्टूबर को हमास नरसंहार के दौरान बंधक बना लिया गया था और उनकी हत्या कर दी गई थी. हमने जो विश्वसनीय जानकारी एकत्र की है, जिसेक अनुसार तीनों की हत्या नोवा संगीत समारोह में भागते समय हमास द्वारा कर दी गई थी.”
पिछले साल 7 अक्टबूर को फिलिस्तीन के हथियारबंद संगठन हमास ने इजरायल पर हमला कर 1200 लोग को मार डाला था, जबकि 252 लोगों को बंधक बनाकर गाजा ले गया था. इसके बाद हमास आधे से ज्यादा बंधकों को छोड़ चुका है, लेकिन अभी भी इसके कैद में करीब 124 इजरायली नागरिक हैं. हमास का कहना है कि जब तक इजरायल गाजा में अपनी सैन्य कार्रवाई खत्म कर वापस नहीं लौट जाता वो बंधकों को नहीं छोड़ेगा.
वहीं इसके जवाब में इजरायल अब तक 35 हज़ार से ज़्यादा फिलिस्तीनियों को गाजा और वेस्ट बैंक में मार चुका है. इजरायल चाहता है कि हमास पहले बंधकों को छोड़े जिसके बाद वो गाजा छोड़ने पर विचार करेंगे. हालही में हमास ने इजरायल को गाजा में युद्धविराम के लिए प्रस्ताव भी दिया था, जिसे इजरायल ने स्वीकार करने से इनकार कर दिया. उसका आरोप है कि हमास अपनी शर्तों पर युद्ध विराम चाहता है, जो उसे बिल्कुल मंजूर नहीं है.