राजकोट गेम जोन अग्निकांड में कनाडा से आए कपल की मौत, हाल ही में की थी कोर्ट मैरिज

नई दिल्ली,

राजकोट टीआरपी गेम जोन में आग लगने से 28 लोगों की मौत हो गई. प्राप्त जानकारी के मुताबिक कनाडा से लौटे एक युवक उसकी होने वाली पत्नी और साली भी इस अग्निकांड का शिकार बने है. युवक और युवती की जल्द ही शादी होनी थी, लेकिन शादी के बंधन में बंधने से पहले ही दोनों की मौत हो गई.

मूल राजकोट के अक्षय ढोलारिया जो कनाडा में पढ़ाई के साथ नौकरी करता था. जिसकी एक सप्ताह पहले ही अहमदाबाद के मेघाणीनगर में रहने वाली ख्याति सावलिया से सगाई हुई थी. दोनों ने कोर्ट मैरिज भी कर ली थी और दिसंबर में सामाजिक रीति-रिवाज से शादी करने वाले थे.

अक्षय 10 दिन पहले कनाडा से लौटे थे. अक्षय, ख्याति और अक्षय की साली हरिता शनिवार को टीआरपी गेम जोन में पहुंचे थे. जहां तीनों की मौत हो गई है. ख्याति और हरिता के माता-पिता ने डीएनए सैंपल सबमिट किए हैं, जबकि अक्षय के पिता किशोर भाई और मां हीनाबेन अमेरिका में रहते हैं. बेटे की मौत की खबर मिलने के बाद वह भी राजकोट आ रहे हैं. वे राजकोट सिविल अस्पताल पहुंचेंगे और डीएनए सैंपल देंगे.

वहीं, गुजरात कांग्रेस के अध्यक्ष शक्तिसिंह गोहिल राजकोट के गेमिंग जोन पहुंचे . अमित चावडा, परेश धनानी, हिमतसिंह पटेल समेत कांग्रेस के नेता और आम आदमी पार्टी के गोपाल इटालिया भी उनके साथ मौजूद रहे. शक्तिसिंह गोहिल ने कहा, राजकोट के गेमिंग जॉन में अतिशय करुण और दुखद घटना घटी है. जिन्होंने अपने परिजन खोए, उनके दुख में सहभागी होने के लिए कांग्रेस टीम के साथ राजकोट आए हैं.

उन्होंने इस हादसे में जान गंवाने वालों को याद करके रेसकोर्स मैदान में दीप जलाकर श्रद्धा सुमन भी अर्पित किए. उन्होंने कहा कि, शरीर के कुछ हिस्से अभी भी गेमिंग जॉन के मैदान में देखने को मिल रहे हैं. स्वजन को खो देने के बाद कोई भी आश्वासन किसी की जिंदगी वापिस नहीं ला सकता.

हाईकोर्ट ने बार-बार कहा है कि फायर NOC के नियमों का अमल हो, लेकिन क्या हो रहा है, सब सामने है. गुजरात में पहले भी ऐसे हादसे होते रहे हैं, पर सरकार ने सबक नहीं लिया. राजकोटवासियों और प्रत्यक्षदर्शियों से जानकारी लेकर कल 11 बजे आपके सामने सच रखेंगे.

कांग्रेस के नेता अमित चावडा ने कहा कि ये मानवजनित दुर्घटना है. कांग्रेस की टीम ने गेमिंग जोन और मौजूदा हालात का ज़ायज़ा लिया है. जिन्होंने अपने परिजन खोए उनको परमात्मा ये दुख की घड़ी में हिम्मत दे. इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में कांग्रेस की तरफ से प्रशासन को जरूरी सहयोग मिलेगा. हृदयविदारक स्थिति देखने को मिल रही है, लोगों की मौत के बाद हर बार जांच के आदेश देकर सरकार हाथ खड़े कर देती है. ऐसे हादसे बार-बार गुजरात में हो रहे हैं, जिसमें लोगो की जान जाती रही है.

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