डिजिटल प्रौद्योगिकी तक पहुंच एक बुनियादी अधिकार है जो हर किसी के लिए सुलभ होना चाहिए—डॉ शुक्ला

— आसरे ने ग्रामीण-शहरी विभाजन को एकजुट करने के लिए डिजिटल साक्षरता कार्यक्रम का किया विस्तार

भोपाल

एसोसिएशन फॉर सस्टेनेबल रूरल एम्पावरमेंट (आसरे) को अपने डिजिटल साक्षरता कार्यक्रम का विस्तार किया है। जिसका उद्देश्य ग्रामीण निवासियों को महत्वपूर्ण डिजिटल कौशल और ऑनलाइन संसाधन प्रदान करके ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के बीच अंतर को कम करना है। यह पहल डिजिटल युग में समावेशिता को बढ़ावा देने और ग्रामीण समुदायों को सशक्त बनाने के लिए आसरे के समर्पण को प्रदर्शित करती है। आज की डिजिटल दुनिया में,सामाजिक और आर्थिक समावेशन के लिए प्रौद्योगिकी और साक्षरता तक पहुंच महत्वपूर्ण है। दुर्भाग्य से भारत के कई ग्रामीण क्षेत्रों में आवश्यक बुनियादी ढांचे और संसाधनों की कमी है,जिसके परिणाम स्वरूप एक महत्वपूर्ण डिजिटल विभाजन हुआ है। इस असंतुलन को पहचानते हुए आसरे ने इस मुद्दे के समाधान के लिए सक्रिय कदम उठाए हैं और ग्रामीण निवासियों को आवश्यक डिजिटल कौशल और ज्ञान से लैस किया है।

आसरे के अध्यक्ष डॉ.पंकज शुक्ला ने डिजिटल साक्षरता कार्यक्रम के विकास पर अपना सकारात्मक दृष्टिकोण साझा करते हुए कहा कि डिजिटल प्रौद्योगिकी तक पहुंच एक बुनियादी अधिकार है जो हर किसी के लिए सुलभ होनी चाहिए, चाहे उनका स्थान या सामाजिक और आर्थिक स्थिति कुछ भी हो। डिजिटल साक्षरता कार्यक्रम का विस्तार करके आसरे का लक्ष्य ग्रामीण नागरिकों को डिजिटल युग में आगे बढ़ने के लिए आवश्यक कौशल से लैस करना और उनके जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए नए अवसरों का लाभ उठाना है।आसरे भी इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए खुद को सशक्त बना रहा है।

तीन मुख्य क्षेत्रों में रहेगा फोकस
आसरे के नेतृत्व में डिजिटल साक्षरता कार्यक्रम तीन मुख्य क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करेगा। प्रारंभ में यह ग्रामीण निवासियों को व्यापक प्रशिक्षण सत्र प्रदान करेगा। उन्हें कंप्यूटर,स्मार्टफोन और इंटरनेट का उपयोग करने के साथ-साथ ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म, एप्लिकेशन नेविगेट करने और सायबर फ्रॉड से बचने के उपाय जैसे बुनियादी डिजिटल कौशल सिखाएगा। ये सत्र स्थानीय भाषाओं में आयोजित किए जाएंगे और ग्रामीण समुदायों की विशिष्ट आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अनुकूलित किए जाएंगे। आसरे यह सुनिश्चित करने का प्रयास करेगा कि ग्रामीण निवासियों के पास शैक्षिक सामग्री,सरकारी सेवाएं, स्वास्थ्य देखभाल जानकारी और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म जैसे महत्वपूर्ण ऑनलाइन संसाधनों तक पहुंच हो। कार्यक्रम में डिजिटल साक्षरता कार्यशालाएं और सामुदायिक कार्यक्रम शामिल होंगे। यह कार्यशालाएं ज्ञान साझा करने, विचारों का आदान-प्रदान करने और सहायक वातावरण में डिजिटल कौशल विकसित करने के लिए मंच के रूप में काम करेंगी।

अर्थव्यवस्था में भागीदारी और सफलता दोनों के लिए डिजिटल साक्षरता जरूरी— डॉ रंजन
आसरे के मुख्य आर्थिक सलाहकार डॉ.रंजन कुमार ने आर्थिक विकास और सामाजिक समावेशिता को आगे बढ़ाने के लिए डिजिटल साक्षरता कार्यक्रमों के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि आज की अर्थव्यवस्था में भागीदारी और सफलता दोनों के लिए डिजिटल साक्षरता का होना आवश्यक है। आसरे कार्यक्रम ग्रामीण व्यक्तियों को नए अवसरों का लाभ उठाने और अधिक समावेशी और निष्पक्ष समाज को बढ़ावा देने के लिए सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। आसरे अपने डिजिटल साक्षरता कार्यक्रम की समृद्धि और दीर्घायु की गारंटी देने के लिए समर्पित है,जो वंचित ग्रामीण समुदायों और हाशिए पर रहने वाले समूहों तक पहुंचने पर केंद्रित है।

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