भोपाल ,
मध्य प्रदेश के सामाजिक न्याय और दिव्यांगजन सशक्तिकरण मंत्री नारायण सिंह कुशवाह के बयान पर कांग्रेस का बयान भी आ गया है. प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक ने कहा है कि अगर पत्नी के सामने शराब पिएंगे तो घर कलह का केंद्र बन जाएगा और घरेलू हिंसा होगी. मंत्री को बोलना चाहिए था कि शराब न पिएं. मंत्री के बोलने का आशय तो सही है, लेकिन बोलने का तरीका गलत है.
दरअसल, मोहन यादव सरकार के कैबिनेट मंत्री नारायण सिंह कुशवाह भोपाल में नशामुक्ति अभियान के तहत जागरूकता फ़ैलाने के लिए एक कार्यक्रम में पहुंचे थे. इस दौरान अपने भाषण में मंत्री ने मर्दों के शराब की लत छुड़ाने के लिए अजीब फॉर्मूला सुझाया.
मंत्री ने कहा, ‘माताएं-बहनें चाहें कि मेरा पति दारू न पीए, पहले तो उसे बताएं कि आप बाजार में मत पीओ, आप तो ले आओ, मेरे सामने पीओ. सामने पिएंगे तो उनकी लिमिट कम होती जाएगी और धीरे-धीरे वो बंद की कगार पर आ जाएगी. उसे शर्म आएगी कि मैं अपनी पत्नी और बच्चों के सामने शराब पी रहा हूं. उसे यह भी बताएं कि उसे देखकर तुम्हारे बच्चे भी आगे शराब पिएंगे. शराब उसकी बंद हो जाएगी, ये बिल्कुल प्रेक्टिकल है. फिर पति शराब छोड़ देगा.’
सामाजिक न्याय और दिव्यांगजन सशक्तिकरण मंत्री नारायण सिंह कुशवाह ने शुक्रवार को भोपाल में नशामुक्ति अभियान के तहत जन-जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. जन-जागरूकता रथ भोपाल में सामाजिक न्याय संचालनालय से पत्रकार कॉलोनी, पीएनटी कालेानी, डिपो चौराहा, पॉलीटेक्निक चौराहा, व्हीआईपी रोड, लालघाटी, कलेक्ट्रेट, जुमेराती, मोती मस्जिद पहुंचेगा.
इसी प्रकार मोती मस्जिद से पॉलीटेक्निक, न्यू मार्केट, माता मंदिर, एक्सीलेंस स्कूल, विट्टल मार्केट, मनीषा मार्केट, शैतान सिंह चौराहा, 12 नंबर, 10 नंबर, मानसरोवर, एमपी नगर, लिंक रोड नंबर 1 से होते हुए प्लेटिनम प्लाजा माता मंदिर पर समापन हुआ.