दुबई:
यमन के हूती विद्रोहियों ने लाल सागर से गुजर रहे एक पोत पर शुक्रवार को मिसाइल हमले किए। ब्रिटेन की सेना के समुद्री व्यापार संचालन केंद्र ने यह जानकारी दी। हूती विद्रोही इस अहम समुद्री मार्ग पर पोतों को कई बार निशाना बना चुके हैं। ‘यूनाइटेड किंगडम मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशन’ (यूकेटीएमओ) केंद्र ने बताया कि यमन में विद्रोहियों के कब्जे वाले बंदरगाह शहर होदेदा के तट से गुजर रहे पोत के पास पांच मिसाइल गिरीं। यूकेटीएमओ ने बताया कि इन हमलों मे पोत को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।
हूती सैन्य प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल याह्या सारी ने शुक्रवार रात दावा किया था कि हूती विद्रोहियों ने लाल सागर में पोतों पर दो हमले किए हैं लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं है कि यूकेटीएमओ ने किस पोत पर हुए हमले की जानकारी दी है। विद्रोहियों ने मिसाइल और ड्रोन हमलों के जरिए अब तक 60 से अधिक पोत को निशाना बनाया है और इन हमलों में चार नाविक मारे गए हैं। हूती विद्रोहियों के खिलाफ अमेरिका के नेतृत्व में जनवरी से कई हवाई हमले किए गए हैं।
युद्ध खत्म करने की मांग
विद्रोहियों के अनुसार, 30 मई को हुए हमले में कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई थी और 42 अन्य घायल हुए थे। हूती विद्रोहियों का हालांकि कहना है कि वह इजराइल, अमेरिका या ब्रिटेन के पोतों को ही निशाना बनाता है, लेकिन ऐसे कई पोतों पर हमला किया गया है जिनका इजराइल-हमास युद्ध से कोई लेना-देना नहीं था। विद्रोही इजराइल से गाजा में युद्ध की समाप्त करने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि जब तक इजरायल के हमले नहीं रुकते तब तक वह हमले जारी रखेंगे।
अमेरिका के निकलते ही बढ़े हमले
हूतियों के हमले तब बढ़े हैं जब अमेरिका ने अपना विमानवाहक पोत लाल सागर से निकाल लिया है। इससे पहले पिछले सप्ताह हूती विद्रोहियों के एक हमले में मालवाहक पोत लाल सागर में डूब गया था। हूती विद्रोहियों के हमले में यह जहाज डूबने का दूसरा मामला था। यूकेएमटीओ ने क्षेत्र में नाविकों को सचेत करते हुए बताया कि ‘द ट्यूटर’ लाल सागर में डूब गया है। यूकेएमटीओ ने कहा था कि अधिकारियों ने बताया कि समुद्र में उन्हें तेल और मलबा दिखा है। इससे अनुमान है कि जहाज डूब गया।