T20: ‘जो लिखा है, वो होने वाला है, लेकिन…’, संन्यास का जिक्र होने पर कप्तान रोहित का दार्शनिक अंदाज

ब्रिजटाउन,

इंडियन क्रिकेट टीम ने आईसीसी टी20 विश्व कप में साउथ अफ्रीका को हराकर जीत हासिल की है. इसके बाद टीम के कैप्टन रोहित शर्मा ने कहा कि उन्होंने कभी भी T20 क्रिकेट से संन्यास लेने के बारे में नहीं सोचा था. विश्व विजेता बनने के बाद रोहित ने कहा कि वर्ल्ड कप ट्रॉफी के साथ संन्यास लेने से अच्छा और क्या हो सकता है.रोहित शर्मा ने कभी टी20 अंतरराष्ट्रीय से संन्यास लेने के बारे में नहीं सोचा था, लेकिन विराट कोहली की तरह उन्हें युवा पीढ़ी के लिए रास्ता बनाना था, इसी वजह से उन्होंने ये फैसला लिया.

दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 विश्व कप फाइनल में रोमांचक सात रनों से जीत के बाद मीडिया से बात करते हुए रोहित ने कहा कि टी20 को अलविदा कहने के लिए इससे बेहतर समय नहीं हो सकता था. रोहित ने कहा कि वे आईपीएल खेलना जारी रखेंगे.

37 वर्षीय रोहित ने कहा कि मैं अपने भविष्य के बारे में इस तरह के फैसले नहीं लेता. मुझे अंदर से जो भी सही लगता है, मैं वही करने की कोशिश करता हूं. मैं भविष्य के बारे में ज्यादा नहीं सोचता या इस बारे में भी कभी नहीं सोचा कि मैं पिछले साल वनडे विश्व कप के बाद यह विश्व कप खेलूंगा या नहीं.

रोहित से जब पूछा गया कि अगर भारत ने सात महीने पहले घरेलू मैदान पर वनडे विश्व कप जीता होता तो क्या वे टी20 से पहले ही संन्यास ले लेते, इस सवाल के जवाब में रोहित ने कहा कि मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं टी20 से संन्यास लूंगा, लेकिन स्थिति ऐसी है कि मुझे लगा कि यह मेरे लिए एकदम सही समय है. विश्व कप जीतने के साथ संन्यास लेने से बेहतर कुछ नहीं हो सकता. रोहित ने दार्शनिक अंदाज में कहा कि जो लिखा है, वो होता है.’

‘जीत सितारों में लिखी थी, जो लिखा है, वो होता है’
भारत टूर्नामेंट में सबसे बैलेंस टीम होने के बावजूद वनडे में फिनिशिंग लाइन पार नहीं कर सका. बीते जून में चैंपियनशिप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के सामने हार का सामना करना पड़ा था. एक फेमस हिंदी फिल्म की पंक्तियों का इस्तेमाल करते हुए रोहित ने कहा कि यहां जीत सितारों में लिखी थी. उन्होंने कहा कि जो लिखा है, वो होने वाला है. ये पहले से लिखा था, लेकिन हमको ये पता नहीं होता कि कब लिखा है, नहीं तो हम आराम से आते और कहते कि ‘लिखा है’ और हो जाएगा.

रोहित ने हेनरिक क्लासेन की 27 गेंदों पर 52 रनों की धमाकेदार पारी की बदौलत दक्षिण अफ्रीका की बढ़त का जिक्र करते हुए कहा कि सब कुछ सही होना चाहिए. जैसा कि आपने देखा कि हम खेल में बहुत पीछे थे. एक समय लग रहा था कि वे आसानी से जीत जाएंगे

साल 2007 से अब तक के खेल पर क्या बोले रोहित
महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में साल 2007 में जब भारत टी20 विश्व कप जीता था, तब से लेकर अपने टी20 सफर के बारे में बात करते हुए रोहित ने कहा कि मुझे बताया गया कि मैंने 2007 में शुरुआत की. विश्व कप जीता और विश्व कप जीतने के बाद मैं खेल से संन्यास ले रहा हूं तो यह मेरे लिए एक अनुकूल समय है. एक चक्र पूरा हो गया है, इसलिए मैं बहुत खुश हूं.

रोहित ने कहा कि मैं उस समय 20 साल का था. मैं अपने खिलाड़ियों से कहता हूं कि वे अपनी भूमिका निभाएं. उस समय मेरा भी एक रोल था. मैं 5 या 6 नंबर पर बल्लेबाजी करता था. हमारे लिए बेहतर प्रदर्शन करना जरूरी था. इतने साल तक खेलने के बाद अब मैं खेल को बेहतर तरीके से समझता हूं. यह शानदार रहा है. तीनों फॉर्मेट में खेलना और कप्तानी करना बड़ी चुनौती है.

‘देश के लिए ट्रॉफी जीतने का मैं हमेशा इंतजार करता हूं’
रोहित ने कहा कि मैं कह सकता हूं कि परिस्थितियों और विश्वकप के लिए इंतजार को देखते हुए शनिवार को मिली जीत करियर की सबसे बड़ी जीत में से एक थी. यह मेरे लिए शानदार समय है. मैं इस जीत के लिए बहुत बेताब था. इतने साल में मैंने जितने भी रन बनाए हैं, मुझे लगता है कि यह मायने रखता है, लेकिन मैं आंकड़ों और इस तरह की चीजों पर ज्यादा ध्यान नहीं देता.

उन्होंने कहा कि देश के लिए मैच जीतना, देश के लिए ट्रॉफी जीतना, यही वह चीज है, जिसका मैं हमेशा इंतजार करता हूं. अब मेरे पास यह होना सबसे बड़ी बात है. ईमानदारी कहता हूं कि मुझे नहीं पता कि यह सबसे बड़ी बात है या कोई और बात, लेकिन यह निश्चित रूप से सबसे बड़ी चीजों में से एक है.

‘घुटनों पर बैठ गए थे… उस पल को मैं हमेशा याद रखूंगा’
कप्तान रोहित जीत के बाद घुटनों पर बैठ गए थे. उस भावुक पल के बारे में रोहित ने कहा कि वे ट्रॉफी के लिए बेताब थे. यह बहुत इमोशनल था. इसे शब्दों में कहना मुश्किल है. उस पल को मैं हमेशा याद रखूंगा. रोहित ने कहा कि कोहली और द्रविड़ इस सम्मान के हकदार थे.रोहित ने बल्लेबाजी के मुख्य आधार विराट कोहली के बड़े योगदान की सराहना की, जिन्होंने फाइनल में 76 रन बनाकर अच्छा प्रदर्शन किया. निवर्तमान कोच राहुल द्रविड़ ने भी योगदान दिया.

‘हम सबसे ज्यादा राहुल भाई ट्रॉफी के हकदार थे’
रोहित ने कहा कि हममें से किसी से भी ज्यादा राहुल भाई उस ट्रॉफी के हकदार थे. पिछले 20-25 साल में उन्होंने भारतीय क्रिकेट के लिए जो किया है, वो बेमिसाल है. मैं पूरी टीम की ओर से बहुत खुश हूं कि हम वास्तव में ऐसा कर सके.

विराट एक चैंपियन खिलाड़ी रहे हैं. हम जानते हैं कि उन्होंने हमारे लिए क्या किया है. किसी न किसी समय सभी को खेल को अलविदा कहना पड़ता है और विराट इस बात को लेकर बहुत स्पष्ट थे. टूर्नामेंट की शुरुआत से पहले भी वे स्पष्ट थे. रोहित ने कहा कि मैं बहुत खुश हूं कि उन्होंने फाइनल में शानदार बल्लेबाजी की.

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