नई दिल्ली,
उत्तर प्रदेश के हाथरस स्थित रतिभानपुर में सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई. भगदड़ मचने से 50 से 60 लोगों की मौत हो गई है, जिसके अस्पताल के बाहर शवों का ढेर लग गया है. हादसे पर राष्ट्रपति से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई नेताओं ने शोक व्यक्त किया. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर लिखा, ‘उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में हुई दुर्घटना में महिलाओं और बच्चों सहित अनेक श्रद्धालुओं की मृत्यु का समाचार हृदय विदारक है. मैं अपने परिवारजनों को खोने वाले लोगों के प्रति गहन शोक संवेदना व्यक्त करती हूं तथा घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं.’
PM मोदी ने जताया दुख
इस घटना पर सदन में भाषण के दौरान पीएम मोदी ने दुख जताया है. उन्होंने कहा कि UP के हाथरस में दुखद मृत्यु की जानकारी आ रही है, जिनकी जान गई है, उनके प्रति संवेदना प्रकट करता हूं. घायलों के ठीक होने की कामना करता हूं. राज्य सरकार बचाव कार्य में जुटी है. केंद्र सरकार संपर्क में है. पीड़ितों की हर संभव मदद होगी.
राहुल गांधी ने जताया शोक
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भी घटना पर शोक जाहिर किया. उन्होंने X पर लिखा, उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ से कई श्रद्धालुओं की मृत्यु का समाचार अत्यंत पीड़ादायक है. सभी शोकाकुल परिजनों को अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की आशा करता हूं. सरकार और प्रशासन से अनुरोध है कि घायलों को हर संभव उपचार एवं पीड़ित परिवारों को राहत उपलब्ध कराएं. INDIA के सभी कार्यकर्ताओं से अनुरोध है कि राहत और बचाव में अपना सहयोग प्रदान करें.
हेमंत सोरेन ने घटना पर दुख जताया
JMM नेता हेमंत सोरेने X पर लिखा, ‘हाथरस में आयोजित सत्संग कार्यक्रम के दौरान अचानक मची भगदड़ में हुई जान की क्षति अत्यंत शोकजनक और मर्मान्तक है. इस दुखद परिस्थिति में हमारी प्रार्थना है कि मरांग बुरु दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें और सभी घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ मिले. इस कठिन समय में शोकाकुल परिवारों के प्रति मैं अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं.’
मायावती ने X पर दुख जाहिर किया
BSP सुप्रीमो मायावती ने X पर लिखा, यूपी के जिला हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ में काफी संख्या में लोगों की हुई मौत व अनेकों के घायल होने तथा आगरा में भी बौध/भीमकथा के दौरान एक युवक की हुई हत्या अति-दुःखद. सरकार इन घटनाओं की जाँच कर उचित कार्रवाई तथा पीड़ित परिवारों की आर्थिक मदद करे.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ऑफिस से ट्वीट कर हादसे पर दुख जताया गया. ट्वीट में लिखा गया, ‘जनपद हाथरस में हुए हादसे में मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है. साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है. उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों को घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर उनके समुचित उपचार कराने और मौके पर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने एडीजी आगरा और कमिश्नर अलीगढ़ के नेतृत्व में घटना के कारणों की जांच के निर्देश दिए हैं.
घटना पर शोक जाहिर करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुए दुःखद हादसे से मन अत्यंत व्यथित है. इस दुर्घटना में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारजनों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता हूं. ईश्वर उन्हें यह कष्ट सहने की शक्ति दें. स्थानीय प्रशासन राहत कार्यों में जुटा है. घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं.
भाजपा सांसद रवि शंकर प्रसाद ने कहा, ‘ये चिंता और शर्म की बात है कि नई 18वीं लोकसभा के पहले सत्र में ये व्यवहार? जबकि राहुल गांधी की सारी बातें हम लोगों ने सुनी… क्या वे सच नहीं बोलने देना चाहते हैं?… आज जो प्रस्ताव पारित हुआ है वो बहुत ठीक हुआ है… प्रधानमंत्री का अभिनंदन कि 2.5 घंटे तक तमाम विरोध के बावजूद उन्होंने विस्तार से सभी विषयों को रखा. देश ने भी देखा कि लोकतंत्र और संविधान की दुहाई देने वाले प्रधानमंत्री की आवाज को भी संसद में नहीं बोलने देते.’
हादसे पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि आयोजन में अगर ज्यादा लोग आते हैं तो सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि वह उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी ले. उन्होंने कहा कि प्रशासन की जिम्मेदारी बनती है कि वह लोगों को गाइड करे.
हाथरस हादसे पर भाजपा सांसद अरुण गोविल ने कहा, ‘हाथरस में जो भी हादसा हुआ है वो बहुत बड़ी दुर्घटना है और बहुत दुखद है. उसमें जिन लोगों की जानें चली गई हैं उनके परिवार के प्रति मेरी संवेदना. जो घायल हैं वो जल्द से जल्द ठीक हो जाएं परमात्मा से मेरी यही कामना है.’
हाथरस हादसे पर समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने कहा, ‘ये पूरी तरह से शासन और प्रशासन की जिम्मेदारी थी कि यदि इतने बड़े स्तर पर कोई आयोजन हो रहा है तो सभी सुविधाएं पहुंचाई जाएं. लेकिन ये लोग कहीं न कहीं विफल रहे हैं और हर क्षेत्र में ये लोग विफल हो रहे हैं.’
लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण के दौरान विपक्ष के हंगामे पर भाजपा सांसद कंगना रनौत ने कहा, “…सच की ताकत को कोई नहीं दबा सकता.” हाथरस हादसे पर भाजपा सांसद रवि किशन ने कहा, “दुर्घटना बेहद दुखद है. जिन लोगों की मृत्यु हुई है महादेव उनकी आत्माओं को शांति दें…”
राजद सांसद मनोज कुमार झा ने कहा, ‘यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है लेकिन हम कुछ सीखते नहीं है… भीड़ एकत्रित कर लेना सबसे आसान होता है लेकिन भीड़ के प्रबंधन के अभाव में आज क्या हुआ?… आप अपनी व्यवस्थाओं में कोई सुधार नहीं करेंगे… यह संवेदनशीलता अगर नहीं होगी तो इसी तरह के परिणाम होंगे… हम इसे सम्पूर्ण विफलता मानते हैं कि भीड़ के प्रबंधन के लिए हमारी सरकारों को जो करना चाहिए वो नहीं करती.’
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, ‘यह बहुत दुखद दुर्घटना है. उम्मीद करते हैं कि अस्पताल में जो लोग घायल शीघ्र उन्हें उपचार मिले और मृतक लोगों की देख-रेख में भी कोई घोषणाएं हों. इस मामले की जांच भी होनी चाहिए. जब सरकार और प्रशासन को मालूम था कि इतनी भीड़ आने वाली है तो क्या व्यवस्थाएं की थीं? हम उम्मीद करते हैं कि इसमें एक निष्पक्ष जांच होगी.’
केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा, ‘राहुल गांधी अभी जिम्मेदार नेता के तौर पर पांचवी बार लोकसभा में आए हैं लेकिन कांग्रेस पार्टी को पहली बार(विपक्ष में) इतनी सीटें मिली हैं. उन्हें(राहुल गांधी) जिम्मेदारी से अपना काम करना चाहिए… आज जब प्रधानमंत्री बोल रहे थे तो विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया… विपक्ष का ये बर्ताव अच्छा नहीं है. हारने के बाद भी वे लोग अपनी जीत समझ रहे हैं… प्रधानमंत्री ने शांति से अपनी भूमिका रखी है…’
हाथरस हादसे पर कांग्रेस नेता दानिश अली ने कहा, ‘उत्तर प्रदेश में जिस तरह का शासन चल रहा है, वहां अफसर इतने दबाव में रहते हैं कि अगर एक कोई सांप्रदायिक कार्यक्रम है उस पर बिना सोचे-समझे अनुमति दे देते हैं… कितने मासूम लोगों की जान आज चली गई. इसके लिए कोई न कोई जिम्मेदार होना चाहिए… ये जिम्मेदारी तो शासन-प्रशासन की होती है कि सही सुरक्षा के इंतजाम किए जाएं…’
हाथरस हादसे पर AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ‘हाथरस में जो हुआ वो बहुत दुखद है. यह हादसा क्यों हुआ, कैसे हुआ और क्यों वहां की सरकार सुरक्षा नहीं कर पाई. बड़े अफसोस की बात है. उम्मीद करते हैं कि जो घायल हैं उन्हें राहत पहुंचाई जाएगी और बाद में इसकी जांच की जाएगी.’