नई दिल्ली,
लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा हो रही है. मंगलवार को AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने सदन में भाषण दिया और एनडीए सरकार और कांग्रेस को घेरा. ओवैसी ने कहा, लोकसभा में सिर्फ 4 प्रतिशत मुसलमान है. बीजेपी के लिए मुसलमानों की राय अहम नहीं रही है. मुस्लिम इस देश में एकमुस्त वोटबैंक कभी नहीं रहा है. इस देश में जो एकमुस्त वोट बैंक है, वो अपरकास्ट का वोट बैंक है. नरेंद्र मोदी को जो वोट मिला है, वो मुस्लिमों की नफरत और हिंदुत्व की वजह से मिला है. ये आपकी जीत नहीं, बहुसंख्यकवाद की जीत है.
ADVERTISING
ओवैसी का कहना था कि बीजेपी के लिए मुसलमानों की राय बेमानी है. मुसलमानों के घरों पर बुल्डोजर चला है. भारत के आधे नौजवान बेरोजगार हैं. छह पेपर लीक हुए हैं. नौकरी के लिए लोग रूस जाने के लिए तैयार हैं. ओवैसी तेलंगाना की हैदराबाद सीट से सांसद हैं. वे यहां से लगातार पांचवीं बार चुनाव जीतकर आए हैं.
ओवैसी ने मॉब लिंचिंग, बेरोजगारी का मुद्दा उठाया
असदुद्दीन ओवैसी ने कांग्रेस को भी निशाने पर लिया और कहा, जब संविधान बन रहा था, उस वक्त वोटर लिस्ट और आरक्षण की बात आई. हिंदू और मुसलमान दोनों ने इसका विरोध किया था. संविधान एक किताब नहीं जिसे चूमा जाए और दिखाया जाए. संविधान एक सिंबल भी है. इसमें हर समुदाय और मजहब को मानने वालों की राय को शामिल किया जाए. मगर यहां सिर्फ चार फीसदी मुसलमान जीतकर आता है. मैं कहना चाहूंगा कि कभी पढ़ो नेहरू ने क्या कहा था. ओबीसी समाज के सांसद अब अपर कास्ट के बराबर हो चुके हैं लेकिन 14 फीसदी मुसलमान हैं और सिर्फ चार फीसदी जीतकर आते हैं. ओवैसी ने सीएसडीएस के डेटा का भी जिक्र किया. ओवैसी के बयान पर खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने आपत्ति जताई. मंडाविया ने कहा, माननीय सदस्य ने जो कहा है, उसको ऑथेंटिकेट किया जाए. इन्होंने बुलडोजर को लेकर भी कहा है, उसे भी ऑथेंटिकेट किया जाए.
फिलिस्तीन मुद्दे पर क्या बोले ओवैसी…
ओवैसी ने कहा कि मंत्रीजी के पेट में दर्द हुआ, धन्यवाद. मोदीजी को जो मैंडेट मिला है, वो सिर्फ और सिर्फ मुसलमानों से नफरत के बल पर मिला है. उन्होंने आगे कहा कि आज भारत के आधे नौजवान बेरोजगार हैं. बेरोजगारी का आलम यह है कि छह पेपर लीक हो गए. नौजवान रोजगार के लिए रसिया जा रहे हैं और जान दे रहे हैं. मोदी सरकार कैंप चला रही है कि इजरायल जाकर काम करो. इजरायल को हथियार जा रहे हैं, क्यों नहीं मोदी सरकार डिमांड ड्रिवेन कर रही है.
टीपू सुल्तान की फोटो संविधान में है…
ओवैसी ने खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू का मामला उठाया. उन्होंने कहा, पन्नू केस में निखिल गुप्ता को किसने ऑर्डर दिया था मारने का. अगर नहीं दिया तो उसको (निखिल) बचाइए. कमेटी बनाई, उसका क्या हुआ. मैं अपनी तकरीर को टीपू सुल्तान की नजर कर रहा हूं. ये टीपू सुल्तान की फोटो है, क्या आप इससे भी नफरत करेंगे. संविधान में टीपू सुल्तान की फोटो है, जिस पर वल्लभ भाई पटेल और श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने साइन किए. ये आपकी नफरत है. मैं अपनी बात को इस शेर के साथ खत्म कर रहा हूं…
क्या दिन दिखा रही सियासत की धूप-छांव,
जो कल सपूत थे, अब वो कपूतों में आ गए.
जो थे इस कदर अजीम कि पैरों में ताज थे,
इतने हुए जलील कि अब जूतों में आ गए.