भोपाल ,
मध्य प्रदेश के वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने बुधवार को विधानसभा में वर्ष 2024-25 के लिए राज्य का बजट पेश किया. इस दौरान विपक्षी कांग्रेस ने नर्सिंग कॉलेज घोटाले के मुद्दे पर हंगामा करना शुरू कर दिया. दरअसल, सीबीआई प्रदेश के कई नर्सिंग कॉलेजों के संचालन में घोर अनियमितताओं से संबंधित घोटाले की जांच कर रही है. इन कॉलेजों में बुनियादी ढांचे की कमी है, जबकि कुछ केवल कागजों पर ही हैं.
इसी बीच, सदन में वित्त मंत्री जैसे ही बजट पेश करने के लिए खड़े हुए तो विपक्ष के नेता उमंग सिंघार और अन्य कांग्रेस सदस्यों ने घोटाले के सिलसिले में मंत्री विश्वास सारंग के इस्तीफे की मांग की. विपक्षी सदस्य सदन के वेल में खड़े होकर सारंग के इस्तीफे की मांग करने लगे.
बजट भाषण शुरू होने से पहले मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि विपक्ष को मंगलवार को मुद्दा उठाने के लिए उचित समय दिया गया था और उन्हें सदन की परंपरा के अनुसार बजट प्रस्तुति में भाग लेना चाहिए. विधायी कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने मामले में हस्तक्षेप किया और कहा कि विधानसभा की कार्यवाही सदन के नियमों और परंपराओं के अनुसार चलेगी और विपक्ष को उचित प्रक्रिया के माध्यम से अपनी शिकायतें उठानी चाहिए.
विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने यह भी कहा कि सदन के नियमों में ढील दिए जाने के बाद विपक्ष ने मंगलवार को ही यह मुद्दा उठाया था. हालांकि, विपक्षी सदस्यों ने कैलाश विजयवर्गीय के सुझाव पर कोई ध्यान नहीं दिया और सदन के वेल में नारेबाजी करते रहे. स्पीकर के आसन के सामने कुछ देर तक खड़े रहने के बाद विपक्षी सदस्य वेल में फर्श पर बैठ गए. वित्त मंत्री द्वारा बजट भाषण जारी रखने के बावजूद शोरगुल के कारण बजट भाषण सुनाई नहीं दिया.