नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण को धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब दिया। इस दौरान पहली बार पीएम मोदी ने मणिपुर के मुद्दे पर खुलकर अपनी बात रखी। पीएम ने कहा कि मणिपुर में हिंसा लगातार कम हो रही है। राज्य में 500 से अधिक लोगों की गिरफ्तारी हुई है। उन्होंने कहा कि राजनीति करने वालों को मणिपुर रिजेक्ट कर देगा। मणिपुर में छात्रों ने परीक्षा भी दी है। राज्य में सुलह और शांति की कोशिश जारी है।
मणिपुर में संघर्ष का लंबा इतिहास
प्रधानमंत्री ने कहा कि मणिपुर में संघर्ष का लंबा इतिहास रहा है। उन्होंने कहा कि 1993 में मणिपुर के हालात अधिक खराब थे। उन्होंने कहा कि कुछ तत्व मणिपुर के आग में घी डालने का काम कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि मणिपुर में बाढ़ का भी संकट है। इसमें केंद्र सरकार की तरफ से पूरा सहयोग किया जा रहा है। मणिपुर के लिए सरकार निरंतर कोशिश कर रही है।
11 हजार से अधिक FIRs, 500 से अधिक गिरफ्तारी
मणिपुर की स्थिति सामान्य करने के लिए सरकार निरंतर प्रयासरत है। पीएम ने कहा कि वहां जो कुछ भी घटनाएं घटीं 11 हजार से ज्यादा एफआईआर की गईं। पीएम ने कहा कि मणिपुर छोटा राज्य है, 500 से अधिक लोग गिरफ्तार हुए। उन्होंने कहा कि इस बात को हमें स्वीकार करना होगा कि मणिपुर में लगातार हिंसा की घटनाएं कम होती जा रही हैं। इसका मतलब है शांति की आशा रखना, शांति पर भरोसा करना संभव हो रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि आज मणिपुर के अधिकांश हिस्सों में आम दिनों की तरफ स्कूल चल रहे हैं, कॉलेज चल रहे हैं, दफ्तर और दूसरे संस्थान खुले हैं। उन्होंने कहा कि मणिपुर में भी देश के अन्य हिस्सों की तरह परीक्षाएं हुई हैं। पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार सभी से बातचीत कर रही है। शांति के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।