कानपुर ,
यूपी के कानपुर में हत्या के प्रयास समेत कई मुकदमों में वांछित 25 हजार के इनामी को कानपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद उसे छुड़ाने के लिए भाजपा विधायक अभिजीत सिंह सांगा सैकड़ों समर्थकों के साथ थाने पहुंच गए. विधायक ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए युवक को छोड़ने की मांग की. उन्होंने दारोगा पर घूस मांगने, झूठे आरोपों में फंसाने और आरोपी को कॉल कर बुरी तरह मारने का आरोप लगाया.
इस मामले की सूचना मिलते ही पहले एसीपी और फिर डीसीपी मौके पर पहुंचे और घंटों विधायक से बातचीत हुई. बीच-बीच में कहासुनी हुई, लेकिन आखिरी में आरोपी को जेल भेज दिया गया. विधायक ने आरोप लगाया कि जिसको पुलिस ने आरोपी बनाया है, उसके भाई की हत्या हुई थी. पुलिस उस पर दबाव डालने के लिए झूठे केस लगा रही है.
विधायक ने ये भी आरोप लगाया कि इस मामले में लगातार उनकी सीपी और एसीपी से बातचीत हो रही थी. उन्हें यह भी आश्वस्त किया गया था कि लड़के की कोई गलती नहीं है, लेकिन अचानक केस लगाकर उसे जेल भेजने की तैयारी पुलिस ने कर दी. विधायक अभिजीत सिंह सांगा ने घटना के वक्त आरोपी की लोकेशन निकालने की मांग की और साथ ही साथ नाराजगी जताते हुए पुलिस को खूब खरी खोटी सुनाई.
क्या बोले विधायक अभिजीत सिंह सांगा?
विधायक ने कहा कि मुझे कहने में कोई संकोच नहीं है कि आप लोगों ने मुझे विपक्ष का पप्पू बना दिया है. आप कहें तो पूरे गांव की गवाही करवा दूं. सात साल में पहली बार थाने आया हूं. अब तो मैं अपने सभी जनप्रतिनिधियों से कहूंगा कि आप सभी थाने जाएं, नहीं तो पुलिस हमारे कार्यकर्ताओं को बीन बीनकर बंद कर देगी. यह बेचारा शिक्षक है. बच्चों को छप्पर डालकर पढ़ाता है. अगर आज मैं सही को सही नहीं कहूंगा तो नीचे वाले दारोगा, इंस्पेक्टर कानपुर को बेच खाएंगे.
उन्होंने कहा कि पब्लिक, जनप्रतिनिधियों और पुलिस में अगर इतनी दूरी हुई तो निश्चित तौर से इसका नुकसान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और हमारी सरकार को झेलना पड़ेगा. मुझको भी जेल भेजिए, क्या आप किसी निर्दोष को जेल भेज देंगे. क्या आप जेल जा सकते हैं.
डीसीपी से हाथ जोड़कर विधायक ने कहा कि मुझे बड़ा शर्मिंदा होकर कहना पड़ रहा है कि हमारी सरकार में आपके माध्यम से कानून का चीरहरण किया जा रहा है. कानपुर की कानून व्यवस्था चरमराई हुई है. आप लोग अपने हठ में हैं. हत्यारों की टूल बन जाएगी पुलिस तो न्याय तो मिल चुका. मुझे डर है कि मेरे आने के बाद अब इस आरोपी का एनकाउंटर न हो जाए.
विधायक अभिजीत सांगा ने कहा कि पुलिस को दो दिन का समय दिया गया है. अगर सही तरीके से कार्रवाई नहीं होती है तो कानपुर की जनता पुलिस की मनमानी के विरोध में शनिवार को पुलिस कमिश्नर कार्यालय का घेराव कर अपनी बात रखेगी. जो व्यक्ति पकड़ा गया था, उसको जेल भेजने का काम किया गया है, चौकी इंचार्ज के खिलाफ एक एप्लिकेशन मिली है, जिसकी एसीपी स्तर के अफसर जांच करेंगे और आगे की कार्रवाई की जाएगी.
पहले भी सुर्खियों में रह चुके हैं विधायक
इससे पहले भी कई बार विधायक सांगा सुर्खियों में रह चुके हैं. एक सब्जी विक्रेता ने चौकी इंचार्ज और सिपाही पर प्रताड़ना के गंभीर आरोप लगाते हुए आत्महत्या कर ली थी. इसके बाद बीजेपी विधायक अभिजीत सिंह सांगा मौके पर पहुंचे थे, जहां उनकी एक पुलिस अधिकारी (IPS) से नोकझोंक हो गई थी. विधायक अभिजीत सिंह सांगा ने आईपीएस को वहां से चले जाने को कह दिया था.वहीं एक मामले को लेकर बीजेपी विधायक सांगा ने एक बयान में कहा था कि मंडलायुक्त कैंप ऑफिस को गंगाजल से पवित्र करेंगे और हवन कराएंगे. यह कैंप उत्तर प्रदेश के आईएएस इफ्तिखारुद्दीन से जुड़ा था.