भरतपुर
हाथरस कांड के बाद भरतपुर पुलिस प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड में नजर आ रही है। लोगों का इलाज करने वाले बाबाओं के खिलाफ एक्शन मोड़ में नजर आ रही है | इसी क्रम में बयाना थाना क्षेत्र के गांव मुर्रकी में प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए एक ऐसे बाबा को पाबंद किया।साथ ही उसके दरबार को बंद कराया है जो लाइलाज बीमारियों का इलाज करने का दावा करते हुए दरबार लगाता है | मध्य प्रदेश के रहने वाला अनिल कुमार खुद को सिद्ध पुरुष बताकर लोगों की गंभीर बीमारियां ठीक करने का दावा कर पिछले डेढ़ महीने से गांव मुर्रकी में दरबार लगा रहा है। इसमें रोजाना सैकड़ों की संख्या में लोग आते है। बाबा उपचार कराने आने वाले लोगों को दवा के नाम पर गुलाब की पंखुड़ियां और लोंग देता है ।
राजस्थान के अलग अलग जिलों से आते थे लोग
मध्य प्रदेश का रहने वाला अनिल कुमार अपने आपको हनुमान जी की भक्ति का सिद्ध पुरुष बताकर पिछले डेढ़ महीने से गांव में दरबार चल रहा था। लोगों की हर तरह की बीमारियां ठीक करने का दावा कर रहा था। उनके दरबार में भरतपुर, करौली और अलवर जिले से सैंकड़ों पीड़ित लोग उपचार कराने आ रहे हैं। बयाना उपखण्ड अधिकारी राजीव शर्मा के निर्देश पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और बाबा अनिल कुमार को दरबार नहीं लगाने के लिए पाबंद किया। कोतवाली थाने के एएसआई जितेंद्र शर्मा ने बताया कि कथित बाबा द्वारा दरबार लगाकर लोगों को बीमारियों के इलाज के नाम पर झांसा देने की सूचना मिली थी। इस पर कथित बाबा को दरबार बंद करने के लिए पाबंद किया है।
अलवर में मिला हाथरस कांड के आरोपी बाबा का कनेक्शन
इधर, अलवर जिले के खेड़ली के सहजपुरा गांव में भी हाथरस भगदड़ कांड के आरोपी बाबा नारायण हरि का कनेक्शन सामने आया है। खेड़ली के सहजपुरा गांव में बाबा का आश्रम बना हुआ है। जिसमे बाबा के सेवक रहते है। इस आश्रम में बाबा कोरोना काल में करीब 10 महीने तक रहा था। उसका लगातार यहां सत्संग होते थे जिसमे हजारों श्रद्धालु आते रहते थे। ग्रामीणों का आरोप है इस आश्रम में सहाजपुरा के लोगों को प्रवेश नहीं दिया जाता था । आश्रम में महिलाओं और लड़कियों को आश्रम में जानें के लिए छूट थी। बाहर से आने वाले लोगों और महिलाओ को भी बाबा के आश्रम में थी प्रवेश के लिए खुली छूट थी। इसी आश्रम में बाबा नारायण हरि कोरोना काल में वर्ष 2019-20 में करीब 10 महीने लगातार रहा था।