नई दिल्ली
यूके में अब लेबर पार्टी की सरकार है। यूके की नई कीर स्टार्मर सरकार में भारतीय मूल के 19 सांसदों में से सिर्फ एक – लिसा नंदी को एंट्री मिली है। द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, यह जुलाई 2019 की बोरिस जॉनसन के मंत्रिमंडल से पूरी तहल विपरीत है। उस सरकार में ब्रिटेन के इतिहास का सबसे विविध मंत्रिमंडल था।
इसके अलावा कीर स्टार्मर कैबिनेट में गौर करने वाली बात यह भी है कि इसमें पाकिस्तानी मूल की सांसद शबाना महमूद को भी जगह मिली है। माना जाता है कि शबाना महमूद कश्मीर को लेकर भारत सरकार की बड़ी आलोचक हैैं। उन्हें कीर स्टार्मर ने जस्टिस सेक्रेटरी नियुक्त किया है।
साल 2019 में भारतीय स्वतंत्रता दिवस पर शबाना महमूद (तब विपक्ष में शैडो जस्टिस सेक्रेटरी) ने लंदन में भारतीय दूतावास के प्रदर्शन में स्पीच दी थी। इस प्रदर्शन में शामिल लोग बाद में उग्र हो गए थे। उन्होंने भारतीय दूतावास की इमारत में तोड़फोड़ की थी।
शबाना महमूद ने 2019 में बोरिस जॉनसन को लिखे एक पत्र पर साइन भी किए थे, जिसमें ब्रिटिश पीएम से भारत सरकार के काम और कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने की कड़ी निंदा करने के लिए कहा गया था।
ब्रिटेन में हुआ है शबाना महमूद का जन्म
शबाना महमूद का जन्म बर्मिंघम में हुआ था। उनके माता-पिता पाकिस्तान के कब्जे वाले के रहने वाले हैं। उनका जन्म PoK के मीरपुर के बाब-ए-याम गांव में हुआ था। शबाना महमूद कश्मीर के लोगों के लिए सेल्फ डिटरमिनेशन की वकालत करती हैं और कई बार संसद में भारत द्वारा कश्मीर में लिए गए एक्शन का विरोध कर चुकी हैं। वह जम्मू-कश्मीर में स्वतंत्र पर्यवेक्षक भेजने की बातें भी कर चुकी हैं।
बोरिस जॉनसन की सरकार में थे तीन मंत्री
इससे पहले जुलाई 2019 में गठित किए गए बोरिस जॉनसन कैबिनेट में भारतीय मूल के तीन सांसदों को जगह मिली थी। इनमें प्रीति पटेल, ऋषि सुनक औऱ आलोक शर्मा शामिल हैं। उस मंत्रिमंडल में अन्य जातीय अल्पसंख्यकों में जेम्स क्लेवरली, साजिद जाविद और क्वासी क्वार्टेंग शामिल थे।