नई दिल्ली,
महाराष्ट्र के ठाणे जिले में बारिश के बीच पानी से लबालब भरे एक रिसॉर्ट से 49 लोगों को बचाया गया. एजेंसी के मुताबिक, ये जानकारी राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) के एक अधिकारी ने दी. एनडीआरएफ की एक टीम ने शाहपुर इलाके में बाढ़ की वजह से रिसॉर्ट में फंसे लोगों को बचाने के लिए नावों और जीवन रक्षक जैकेट्स का इस्तेमाल किया. उन्होंने कहा कि मॉनसून की तैयारियों के तहत एनडीआरएफ की टीमें मुंबई, ठाणे और पालघर जिलों में तैनात की गई हैं.
बचावकार्य में लगी 13 टीमें
अधिकारी ने बताया कि राज्य के कई इलाकों में 32 से 35 कर्मियों वाली 13 टीमें हैं, जिनमें मुंबई, ठाणे, पालघर, सतारा, सांगली, कोल्हापुर जैसे इलाके शामिल हैं. पांच टीमें पुणे स्थित एनडीआरएफ मुख्यालय में हैं.बता दें कि देश में असम, हिमाचल प्रदेश, बिहार और उत्तराखंड जैसे राज्यों में बारिश के बाद बाढ़ जैसे हालात हैं.
हिमाचल और असम में बारिश का कहर
हिमाचल प्रदेश में कांगड़ा के धर्मशाला और पालमपुर सहित राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई, जहां बारिश का स्तर 200 मिमी के निशान को पार कर गया. धर्मशाला में सबसे अधिक 214.6 मिमी बारिश दर्ज की गई.
इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर के मुताबिक, शनिवार शाम को हुई मूसलाधार बारिश के बाद मंडी में 38, कुल्लू में 14, शिमला में पांच, सिरमौर में चार और कांगड़ा जिले में एक सहित 62 सड़कें यातायात के लिए बंद हैं. शिमला मौसम विभाग ने रविवार को अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश, आंधी और बिजली गिरने तथा 12 जुलाई तक अलग-अलग स्थानों पर आंधी और बिजली गिरने की चेतावनी देते हुए येलो अलर्ट जारी किया है.
असम में 30 जिलों में 24.5 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं और कई स्थानों पर प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. कछार, कामरूप, धुबरी, नागांव, गोलपारा, बारपेटा, डिब्रूगढ़, बोंगाईगांव, लखीमपुर, जोरहाट, कोकराझार, करीमगंज और तिनसुकिया प्रभावित जिलों में शामिल हैं.
बिहार में बढ़ता जलस्तर
जल संसाधन विभाग द्वारा जारी लेटेस्ट बुलेटिन के मुताबिक, 4 जुलाई से कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई, जिसके कारण बिहार में विभिन्न नदियों का जलस्तर कई स्थानों पर बढ़ने लगा है.रिपोर्ट में कहा गया है कि कोसी नदी सुपौल और उसके आसपास के इलाकों बसंतपुर में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जबकि शुक्रवार को खगड़िया और बेलदौर में यह चेतावनी के स्तर को छू गई.
कमला नदी मधुबनी, जयनगर और झंझारपुर में चेतावनी के स्तर को छू गई. परमान नदी शुक्रवार को अररिया जिले में खतरे के निशान को पार कर गई. गंडक नदी गोपालगंज और उसके सिधवलिया इलाके में लाल निशान को पार कर गई है.
बारिश को लेकर क्या है पूर्वानुमान?
IMD के मुताबिक, हिमाचल प्रदेश में 7 जुलाई को, उत्तराखंड में 8 से 10 जुलाई के बीच, पंजाब में 7 जुलाई को, पूर्वी उत्तर प्रदेश में 8 से 10 जुलाई को, पूर्वी राजस्थान में 7 से 10 जुलाई को, पूर्वी और पश्चिमी मध्य प्रदेश में 7 से 10 जुलाई को, विदर्भ में 8 से 9 जुलाई को और छत्तीसगढ़ में 7 से 9 जुलाई के बीच भारी बारिश की संभावना है.
मौसम विभाग ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 7 जुलाई को बहुत भारी बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट की भविष्यवाणी की गई है, जबकि उत्तराखंड में 7 जुलाई को अत्यधिक भारी बारिश के लिए रेड अलर्ट की संभावना है.मौसम विभाग ने कहा कि पूर्व और पूर्वोत्तर में, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम और बिहार में 7 से 10 जुलाई तक, ओडिशा में 8 जुलाई को, अरुणाचल प्रदेश में 7 जुलाई को, असम और मेघालय में 7 से 8 जुलाई को और नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में 7 से 10 जुलाई तक भारी बारिश हो सकती है.
IMD ने कहा कि पश्चिम और दक्षिण में, कोंकण और गोवा में 7 से 10 जुलाई तक, मध्य महाराष्ट्र में 8 से 10 जुलाई तक, मराठवाड़ा में 8 जुलाई को, तटीय आंध्र प्रदेश, यनम और रायलसीमा में 7 जुलाई को, तेलंगाना में 8 और 9 जुलाई को, तटीय कर्नाटक में 10 जुलाई को, उत्तर आंतरिक कर्नाटक में 9 जुलाई को, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में 8 और 9 जुलाई को तथा केरल और माहे में 7 से 9 जुलाई तक भारी वर्षा होने की संभावना है.वहीं, ओडिशा में 7 जुलाई को, अरुणाचल प्रदेश में 8 से 10 जुलाई को, असम और मेघालय में 9 और 10 जुलाई को बहुत भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है.