सीकर
प्रदेश के बड़े कारोबारियों से वसूली का खेल अभी थमा नहीं है। पुलिस ने सख्ती बरतते हुए कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैंग के कई गुर्गों को गिरफ्तार करके जेल में डाला है। इसके बावजूद भी कारोबारियों को जान से मारने की धमकियां रुकी नहीं है। जेल में बंद बदमाश खुलेआम धमकियां दे रहे हैं। उन्हें पुलिस का जरा भी डर नहीं है। पिछले दिनों जयपुर पुलिस ने अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल से चल रहे वसूली के कांड का खुलासा किया जिसमें दो कुख्यात बदमाशों के साथ दो जेल प्रहरी भी गिरफ्तार हुए थे। अब सीकर में एक बड़े कारोबारी से 25 लाख रुपए की रंगदारी मांगी गई है।
3 दिन में 25 लाख का इंतजाम कर लेना नहीं तो चमत्कार देखोगे
सीकर के एक व्यापारी को एक गैंगस्टर ने जान से मारने की धमकी दी है। 6 जुलाई को दोपहर बाद 3 बजकर 16 मिनट पर एक अंजान नंबर से कॉल आया। कॉलर ने खुद को विक्रम बामरड़ा बताया। उसने व्यापारी से कहा कि राजू ठेहट को उसी ने मारा था। पहचान तो गए होंगे आप। व्यापारी ने कहा कि वे किसी विक्रम बामरड़ा को नहीं जानते। इस पर कॉल करने वाले ने कहा कि तीन दिन में 25 लाख रुपए का इंतजाम कर लेना। अगर इंतजाम नहीं किया तो तीन दिन बाद चमत्कार देख लेना। इस धमकी के बाद पीड़ित व्यापारी ने सीकर के उद्योग नगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल में बंद है विक्रम
विक्रम गुर्जर उर्फ विक्रम बामरड़ा सीकर जिले के पीपल्या की ढाणी का रहने वाला है। वर्तमान में वह अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल में बंद है। दो साल पहले सीकर में हुए राजू ठेहट हत्याकांड में विक्रम गुर्जर शामिल था। हालांकि वह राजू ठेहट के घर जाकर गोली मारने वाले चार आरोपियों में विक्रम नहीं था लेकिन उस दिन वह शूटर्स के साथ आया था। ऐसे में विक्रम भी मुख्य आरोपियों में शामिल है। पुलिस का कहना है कि कॉल करने वाला विक्रम ही था या कोई और। इसके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
जयपुर पुलिस ने किया था वसूली कांड का खुलासा
पिछले दिनों जयपुर कमिश्नरेट पुलिस ने वसूली के बड़े कांड का खुलासा किया था। 1 जुलाई को पुलिस ने वसूली गैंग के 7 बदमाशों को गिरफ्तार किया था। उन बदमाशों ने पूछताछ में बताया कि अजमेर जेल में बंद कई बदमाश शेखावाटी क्षेत्र के कारोबारियों से वसूली करने का प्लान बना रहे हैं। सिग्नल एप के जरिए व्यापारियों को कॉल करके जान से मारने की धमकियां दी जा रही है। वसूली करने वालों में विक्रम गुर्जर, मुकेश जाट और कुलदीप चौधरी सहित कई बदमाशों ने नाम पुलिस के सामने आए थे। इस खुलासे के बाद 6 जुलाई को विक्रम ने सीकर के कारोबारी को धमकी दे डाली