नई दिल्ली
हरियाणा विधानसभा चुनाव में भले ही अभी तीन महीने का समय है, लेकिन सियासी बिसात बिछाई जाने लगी है। लोकसभा चुनाव नतीजों से कांग्रेस के हौसले बुलंद हैं और अपनी वापसी के लिए बेताब है, तो भारतीय जनता पार्टी सत्ता की हैट्रिक लगाने की कवायद में है। अब हम बात करेंगे उन जिलों की जहां पर बीजेपी को साल 2019 में करारी शिकस्त मिली थी।
चरखी दादरी में हारी बीजेपी
हरियाणा की दादरी सीट से भारतीय जनता पार्टी ने रेसलर बबीता फोगाट को उतारकर इस सीट को हाई प्रोफाइल बना दिया था। जबकि इस सीट पर कांग्रेस से पूर्व विधायक नृपेंद्र सांगवान, जेजेपी से पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान मैदान में उतरे थे। इनेलो ने अपने मौजूदा विधायक राजदीप पर ही दांव लगाया। हालांकि, दादरी सीट से निर्दलीय विधायक सोमबीर ने जननायक जनता पार्टी के सतपाल सांगवान को 14272 वोटों से करारी मात दी थी। यहां पर बबीता फोगाट को हार मिली थी। उन्हें केवल 24,786 वोटों से ही संतोष करना पड़ा था।
वहीं, बाढड़ा विधानसभा क्षेत्र में दो राज घराने मैदान में आने से हॉट सीट बन गई थी। यहां से पूर्व सीएम बंसीलाल के बेटे रणबीर महेंद्रा कांग्रेस के टिकट से चुनावी मैदान में उतरे। यहां पर पूर्व सीएम देवीलाल की बहू नैना चौटाला जेजेपी से मैदान में थीं, तो बीजेपी ने पहली बार जीतकर आए विधायक सुखविंद्र मांढी पर फिर से दांव खेला। इस सीट से नैना सिंह ने जीत हासिल की थी।
रोहतक जिले में क्या रही स्थिति
हरियाणा के रोहतक जिले में एक बार फिर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का वर्चस्व दिखा था। यहां की 4 में से तीन विधानसभा सीटों पर कांग्रेस को कामयाबी मिली थी। वहीं, एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार ने बाजी मारी थी। 2019 में कांग्रेस के भारत भूषण बत्रा ने भारतीय जनता पार्टी के मनीष कुमार ग्रोवर को 2735 वोटों के अंतर से हराकर रोहतक की सीट जीती थी। मोहित धन्वंतरि ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर 9,817 वोट पाकर तीसरे नंबर पर रहे थे।
झज्जर में जीती कांग्रेस
हरियाणा के झज्जर जिले में कांग्रेस को बड़ी कामयाबी मिली थी। यहां की चारों विधानसभा सीटों पर कांग्रेस को जीत मिली थी। 2014 में यहां से दो सीट पर कांग्रेस को और दो सीट पर बीजेपी को जीत मिली थी। लेकिन इस बार बीजेपी का सूपड़ा साफ हो गया। 2019 में झज्जर विधानसभा सीट पर कांग्रेस की गीता भुक्कल ने भारतीय जनता पार्टी के राकेश कुमार को 14999 वोटों के अंतर से हराकर सीट जीती थी।
बादली विधानसभा सीट से कांग्रेस के कुलदीप वत्स ने बीजेपी के ओमप्रकाश धनकड़ को 11245 वोटों से करारी शिकस्त दी। वहीं, बेरी विधानसभा सीट पर कांग्रेस के रघुवीर सिंह कादयान ने जीत दर्ज की। उन्होंने बीजेपी के विक्रम कादयान को 12952 वोटों से हराया। बहादुरगढ़ से कांग्रेस के राजिंदर सिंह जून ने जीत दर्ज हासिल की थी। उन्होंने बीजेपी के नरेश कौशिक को 15491 वोटों से हराया था।
सिरसा में भी नहीं खिला कमल
सिरसा जिले में पांच विधानसभा सीटें आती हैं। यहां पर 5 विधानसभा सीटों में पिछली बार भी कमल नहीं खिल पाया। हालांकि, कांग्रेस जरूर दो सीटों पर जीत दर्ज करने में सफल रही थी। सिरसा से हरियाणा लोकहित पार्टी के गोपाल कांडा ने महज 602 वोटों से जीत हासिल की थी। ऐलनाबाद से आईएनएलडी के अभय सिंह चौटाला ने 11922 वोटों से जीत दर्ज की। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी पवन बेनीवाल को करारी शिकस्त दी। डबवाली सीट से कांग्रेस के अमित सिहाग ने बीजेपी उम्मीदवार आदित्य 15647 वोटों से हरा दिया।
नूंह विधानसभा सीट पर भी हारी बीजेपी
हरियाणा की नूंह विधानसभा सीट पर कांग्रेस के आफताब अहमद ने जीत दर्ज की थी। वहीं, बीजेपी के जाकिर हुसैन हार गए हैं। यहां मेवात के दो राजनीतिक घरानों के वारिस एक बार फिर से चुनावी दंगल में आमने सामने थे। कांग्रेस पार्टी के आफताब अहमद ने भारतीय जनता पार्टी के जाकिर हुसैन को 4038 वोटों से करारी शिकस्त दी थी।