भोपाल ,
मध्य प्रदेश में सोमवार को मंत्रिमंडल का विस्तार किया गया. राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने राजभवन में एक संक्षिप्त समारोह में मुख्यमंत्री मोहन यादव की मौजूदगी में रामनिवास रावत को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. खास बात यह है कि रामनिवास रावत को 2 बार मंत्री पद की शपथ लेनी पड़ी.
दरअसल, पहले उनके मुंह से शपथ लेते समय राज्य मंत्री निकल गया था. इसके चलते दूसरी बार शपथ में ‘मध्यप्रदेश राज्य के मंत्री’ बुलवाकर शपथ दिलवाई गई. अब मोहन कैबिनेट में कुल 31 मंत्री हो गए हैं, 3 मंत्री पद अभी भी खाली हैं.
श्योपुर जिले की विजयपुर विधानसभा से 6 बार विधायक रहे रामनिवास रावत 30 अप्रैल को लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस छोड़कर सत्तारूढ़ दल BJP में शामिल हो गए थे. हालांकि, रावत BJP में शामिल हो गए, लेकिन उन्होंने अभी तक राज्य विधानसभा से इस्तीफा नहीं दिया है.
चुनावी रैली में बीजेपी में शामिल होने के बाद से रामनिवास रावत सत्तारूढ़ दल में शामिल होने की पुष्टि करने में हिचकिचा रहे थे. विधानसभा चुनाव के बाद 13 दिसंबर 2023 को पदभार ग्रहण करने वाले सीएम यादव ने 25 दिसंबर को अपने मंत्रिमंडल में 30 विधायकों को शामिल किया. रावत के शामिल होने के साथ ही मंत्रिमंडल की संख्या 31 हो गई है. बता दें कि एमपी सरकार की कैबिनेट में में कुल 34 मंत्री बन सकते हैं.
CM ने रामनिवास रावत को कैबिनेट मंत्री पद की शपथ लेने पर बधाई दी
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने राम निवास रावत को कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ग्रहण करने पर नए दायित्व के लिए उन्हें बधाई दी है. CM ने कहा कि मंत्रिमंडल में नए सदस्य का आगमन हुआ है. रावत सार्वजनिक जीवन में लंबे समय से सक्रिय रहे सक्रिय हैं, वे चंबल अंचल के श्योपुर जैसे विकास की संभावना वाले जिले को प्रभावी प्रतिनिधित्व प्रदान कर रहे हैं. कैबिनेट मंत्री होने के नाते उनके अनुभव का लाभ पूरे मंत्रिमंडल और सभी प्रदेशवासियों को मिलेगा.