बाराबंकी
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में एक भाई ने 50 लाख बीमा की रकम हड़पने के लिए सगे भाई की अवैध तमंचे से खोपड़ी उड़ा दी। हत्या की वारदात को छिपाने के लिए सगे भाई ने खौफनाक साजिश रच डाली। एसपी दिनेश कुमार सिंह ने 5 दिन बाद खुलासा करते हुए कलयुगी भाई को अरेस्ट कर जेल भेज दिया है।
पुलिस जानकारी के मुताबिक, बदोसराय कोतवाली क्षेत्र के मुरई मजरे मधनापुर में बीते 5 जुलाई की रात सफाई कर्मी अरविंद वर्मा की हत्या हुई थी। जांच में जुटी पुलिस ने गुरुवार को आरोपी छोटे भाई विरेंद्र वर्मा को गिरफ्तार किया है। एसपी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि बदोसराय थाना के अंतर्गत मुरई मजरे मधनापुर निवासी अशोक वर्मा ने 6 जुलाई को अपने भाई की गोली मार कर हत्या किए जाने की शिकायत दर्ज कराई थी। एसपी ने घटना के खुलासे के लिए अपर पुलिस अधीक्षक चिरंजीव नाथ सिन्हा के नेतृत्व में 4 टीमें गठित कर मामले को जल्द खुलासा करने को निर्देश दिए। पुलिस की पड़ताल में पता चला कि मृतक के कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था और वैज्ञानिक इंटेलिजेंस में खिड़की से फायर नहीं की गई, जिससे इस घटना का कोई चश्मदीद भी नहीं था। वारदात के समय अन्य परिजन घर से दूर बने पुराने घर में रह रहे थे। सुबह जब परिजन पहुंचे, तो उन्हें पता चला कि किसी ने अरविंद की गोली मार कर हत्या कर दी है।
कर्ज में डूबा था छोटा भाई
एसपी ने बताया कि मृतक का छोटा भाई वीरेंद्र कुमार वर्मा प्रॉपर्टी का काम करता है। बिजनेस के सिलसिले में उसने कई लोगों से पैसा उधार ले रखा है, जिसकी अदायगी न कर पाने के कारण उसके ऊपर काफी कर्ज हो गया है। एसपी ने बताया कि वीरेंद्र और अरविंद दोनों एक साथ रहते थे, तो लोग अरविंद से भी पैसा मांगते थे। जिस पर अरविंद ने कुछ लोगों का पैसा वापस कर दिया था, लेकिन वीरेंद्र को आए दिन ताना देता रहता था कि कर्ज तुम लिए हो चुकता मैं कर रहा हूं। इसी बात को लेकर मृतक अरविंद और उसके भाई वीरेंद्र के बीच कई बार विवाद भी हो चुका था। कर्ज और कर्ज की अदायगी को लेकर वीरेंद्र का उसके भाई अरविंद से तनाव हो गया। पुलिस की जांच में यह भी पता चला कि वीरेंद्र का मृतक की पत्नी से अवैध संबंध था। वह अक्सर अपनी भाभी से मिलने के लिए बाराबंकी जाता था। यहां वह किराए के मकान पर अपने बच्चों के साथ रहती थी।
बीमा की रकम हड़पने के लिए रची मौत की खौफनाक साजिश
एसपी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि कर्ज में डूबे वीरेंद्र ने अपनी पैसे की तंगी दूर करने के लिए सगे भाई की हत्या की साजिश रची थी। हत्यारे भाई की कहानी की मुताबिक, बड़े भाई अरविंद के मरने के बाद उसके 50 लाख बीमा की राशि उसकी हो जाती और वह अपने कर्जदारों से मुक्ति पा जाता, लेकिन हत्यारा अपनी प्लानिंग में असफल रहा और पुलिस ने उसे धर दबोचा है।