नई दिल्ली,
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8 और 9 जुलाई को दो दिवसीय रूस दौरे पर गए, जहां उन्होंने और रूस के राष्ट्रपति ने द्विपक्षीय वार्ता में चर्चा की. अब वाशिंगटन पोस्ट ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि अमेरिका ने पीएम मोदी से रूस का दौरा न करने की अपील की थी.
वाशिंगटन पोस्ट ने रिपोर्ट में अमेरिकी प्रशासन के सूत्रों के हवाले से दावा किया कि उपसचिव कर्ट कैंपटबेल ने जुलाई के शुरुआत में भारतीय विदेश सचिव विनय क्वात्रा से संपर्क किया था और उम्मीद जताई थी कि पीएम मोदी की रूस यात्रा में कुछ दिन के लिए टाल दें जो वाशिंगटन में नाटो के शिखर सम्मेलन के साथ मेल खा रहा था.
उन्होंने दावा किया कि अमेरिका प्रशासन नाटो शिखर सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी की रूस यात्रा से परेशान था और उन्होंने पीएम मोदी से नाटो शिखर सम्मेलन के बीच अपनी रूस की यात्रा में कुछ दिन देरी करना का आग्रह किया था.
नाराज है बाइडेन प्रशासन: रिपोर्ट
वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, जो बाइडेन प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी इस बात से नाराज हैं कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मॉस्को में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की, क्योंकि राष्ट्रपति बाइडेन इस सप्ताह वाशिंगटन में नाटो के प्रमुख शिखर सम्मेलन की शुरुआत कर रहे थे जो संयुक्त राज्य अमेरिका के सामने आने वाली चुनौतियों को पेश कर रहा है.
वाशिंगटन पोस्ट ने अमेरिका के कई अधिकारियों के हवाले से खबर दी है कि इस महीने की शुरुआत में कई वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा नई दिल्ली को दी गई चिंताओं के बावजूद मॉस्को में हुई बैठक ने वाशिंगटन के लिए ऑप्टिक्स को जटिल बना दिया है. इन अधिकारियों में राज्य के उपसचिव कर्ट कैंपबेल भी शामिल थे, जिन्होंने जुलाई की शुरुआत में विदेश सचिव विनय क्वात्रा से आग्रह किया था कि मोदी और पुतिन की मुलाकात को नाटो शिखर सम्मेलन की टाइमिंग से बचना चाहिए.