10 वर्षों में मोदी सरकार ने हर दिन ‘संविधान हत्या दिवस’ मनाया: खरगे
नई दिल्ली
सड़क से लेकर संसद तक, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कभी पीएम मोदी को ‘तानाशाह’ बताया तो कभी अपने भाषण में ‘संविधान खतरे में है’ के नारे लगाए। राहुल गांधी ने 4 जून को लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा था कि कांग्रेस और इंडिया गठबंधन ने संविधान को बचा लिया है। वहीं लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दल ‘संविधान बचाओ’ के नारे से बीजेपी पर लगातार तीखे हमले कर रहे थे। लेकिन बीजेपी ने एक बार फिर विपक्ष के हमलों का करारा जवाब देते हुए बड़ा फैसला किया है। केंद्र सरकार की ओर से अधिसूचना जारी कर 25 जून को ‘संविधान हत्या दिवस’ घोषित किया गया है।
अधिसूचना में लिखा गया है, ’25 जून 1975 को आपातकाल की घोषणा की गई थी, उस समय की सरकार ने सत्ता का घोर दुरुपयोग किया था और भारत के लोगों पर ज्यादतियां और अत्याचार किए थे। भारत के लोगों को देश के संविधान और भारत के मजबूत लोकतंत्र पर दृढ़ विश्वास है। इसलिए, भारत सरकार ने आपातकाल की अवधि के दौरान सत्ता के घोर दुरुपयोग का सामना और संघर्ष करने वाले सभी लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए 25 जून को ‘संविधान हत्या दिवस’ घोषित किया है।
सरकार के फैसले से भड़की कांग्रेस
सरकार के इस फैसले का एक तरफ एनडीए के नेता स्वागत कर रहे हैं, तो वहीं विपक्षी के नेता आलोचना कर रहे हैं। 25 जून को ‘संविधान हत्या दिवस’ घोषित किए जाने के बाद कांग्रेस नेता विवेक तन्खा, पवन खेड़ा और प्रमोद तिवारी की प्रतिक्रिया सामने आई है। कांग्रेस नेता विवेक तन्खा ने कहा कि मुझे बहुत ही आश्चर्य हुआ, जब भारत सरकार की ओर से एक अधिसूचना जारी की गई कि 25 जून को हर साल देश भर में इमरजेंसी का रिमेंबरेंस डे मनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि 1975 की घटना को उठाना, भाजपा की हताशा को दर्शाता है। हताशा के कारण ये 50 साल पुराने मुद्दे को उठा रहे हैं। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि भाजपा को पिछले महीने की चार तारीख को 440 वोल्ट का एक ऐसा करंट लगा था कि 400 का सपना देखने वाले 240 पर सिमट गए। उनका संविधान बदलने का सपना चूर-चूर हो गया। लेकिन अब उनके सपने में संविधान आना शुरू हुआ, जब संविधान के नारों से संसद गूंज उठा, तो अब संविधान हत्या दिवस की बात हो रही है।
10 वर्षों में सरकार ने हर दिन ‘संविधान हत्या दिवस’ मनाया: खरगे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री से कहा कि 10 वर्षों में आपकी सरकार ने हर दिन ‘संविधान हत्या दिवस’ ही तो मनाया है। आपने देश के हर गरीब व वंचित तबके से हर पल उनके आत्मसम्मान को छीना है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘जब मध्य प्रदेश में भाजपा नेता आदिवासियों पर पेशाब करता है या जब यूपी के हाथरस की दलित बेटी का पुलिस जबरन अंतिम संस्कार कर देती है, तो वो संविधान की हत्या नहीं तो और क्या है? जब हर 15 मिनट में दलितों के खिलाफ एक बड़ा अपराध होता है और हर दिन छह दलित महिलाओं के साथ बलात्कार होता है, तो वो संविधान की हत्या नहीं तो और क्या है?’
‘तानाशाहीपूर्ण मानसिकता’ के खिलाफ बलिदान की याद दिलाएगा: बीजेपी
बीजेपी ने कहा कि हर साल 25 जून को ‘संविधान हत्या दिवस’ के रूप में मनाना लोगों को कांग्रेस की ‘तानाशाहीपूर्ण मानसिकता’ के खिलाफ लड़ने वालों के बलिदान और शहादत की याद दिलाएगा। पार्टी ने उन लोगों को श्रद्धांजलि दी जिन्होंने लगभग 50 वर्ष पहले इंदिरा गांधी सरकार द्वारा लगाए गए आपातकाल के खिलाफ लड़ते हुए यातनाएं झेलीं और अपने प्राण दे दिए। भाजपा प्रमुख और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि 25 जून