वो षड्यंत्र रचते रहे… फिक्र नहीं, सीएम हेमंत बोले-केंद्र HEC को झारखंड को सौंप दे तो 32 हजार को देंगे रोजगार

रांची

झारखंड के करीब 1500 परिवारों के लिए आज खुशियों वाला दिन रहा। रांची के प्रभात तारा मैदान में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने नवनियुक्त पीजीटी शिक्षकों को अपने हाथों से नियुक्ति पत्र सौंपा। हेमंत सोरेन के दूसरे कार्यकाल में इस कार्यक्रम को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इससे पहले यह कार्यक्रम 3 जुलाई को होना था, लेकिन राजनीतिक बदलाव के कारण अब नई सरकार में नियुक्ति पत्र वितरित किया गया। इस मौके पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि जब एचईसी की स्थापना की गई, तो बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मिला, लेकिन आज एचईसी की स्थिति क्या है, ये किसी से छुपी नहीं हैं। आठ-दस हजार लोग भी काम करते हैं या नहीं, पता नहीं। उन कर्मचारियों-अधिकारियों को महीने या कितने साल में वेतन मिलता है, यह भी सबको पता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि केंद्र सरकार एचईसी को झारखंड सरकार को सौंप दें, तो 32 हजार लोगों को रोजगार देने का काम किया जाएगा। लेकिन केंद्र सरकार ऐसा नहीं करेगी। देश के कई एयरपोर्ट बिक गए, रेल और बंदरगार बिक गए। कई उद्योग बिकने की लाइन में खड़े हैं। डॉलर के मुकाबले रुपये का वैल्यू लगातार गिर रहा है।

वो साजिश रचते रहे, फिक्र नहीं, अपना काम करेंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिना किसी का नाम लिए अपने विरोधियों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कोरोनाकाल के बाद जब सरकार ने विकास कार्यों को गति देने के लिए कदम उठाया, तो सरकार को अस्थिर करने और उन्हें फंसाने के लिए बड़े-बड़े षड्यंत्र रचा गया। इसके बाद अदालत का आदेश और उन्हें मुंह की खानी पड़ी। लेकिन अभी वो शांत नहीं हुए, वो साजिश रचते रहेंगे, लेकिन उन्हें इसकी फिक्र नहीं हैं। वो अपने आचरण से बाज नहीं आ सकते तो हम भी काम करने की आदत से बाज नहीं आएंगे। अपना काम करते रहेंगे।

सबसे ज्यादा कर्ज लेने वाले सबसे कम रोजगार दिया
हेमंत सोरेन ने कहा कि यदि बैंकों की ओर उपलब्ध कराए गए कर्ज के बारे में जानकारी हासिल की जाए तो यह पता चलेगा कि जिसने सबसे अधिक लोन लिया, उसने सबसे कम रोजगार उपलब्ध कराया। जबकि जिसने सबसे कम लोन लिया, उसने सबसे अधिक रोजगार उपलब्ध कराए। मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि आदिवासियों की बात की जाए, तो देश भर में उच्च पदों पर बैठे लोगों को प्रभात तारा मैदान ले आए, तो एक कोना भी नहीं भरेगा। इसलिए उन्होंने आदिवासियों की शिक्षा को लेकर बड़ा कदम उठाया।

20 हजार को सरकारी नौकरी, 60 हजार को रोजगार
हेमंत सोरेन ने कहा कि उनकी सरकार ने विभिन्न विभागों में रिक्त पड़े पदों पर राज्य में 20 हजार से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र देने का काम किया। इसके अलावा कौशल विकास के माध्यम से प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके 60 हजार युवाओं को विभिन्न संगठित और असंगठित क्षेत्रों में रोजगार उपलब्ध कराया गया, इनमें से कई युवा विदेशों में भी स्वरोजगार के लिए निकल पड़े हैं।

शिक्षकों पर पढ़ाई के साथ समाज निर्माण की जिम्मेदारी
मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव ने कहा कि नवनियुक्त शिक्षकों के कंधे पर बड़ी जिम्मेदारी हैं। उन्हें यह ध्यान देना होगा कि स्कूल आने वाले बच्चे समय पर पहुंच रहे हैं या नहीं, यदि स्कूल नहीं पहुंच रहे हैं, तो वो कहां जा रहे हैं। बच्चांे का मन पढ़ाई में लग रहा है या नहीं, उनपर सिर्फ बच्चों की पढ़ाई ही नहीं, बल्कि समाज के निर्माण की जिम्मेदारी हैं।

पूरे राज्य में हेमंत सोरेन के नाम पर घी का दीपक जलाएं
इस मौके पर मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन लगातार युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए प्रयासरत है। इसी विकास यात्रा के क्रम में एक बार फिर से मुख्यमंत्री युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंप रहे हैं। सत्यानंद भोक्ता ने कहा कि लोग खुद भी कहते है कि आज समय के समय में रोजगार मिलना काफी मुश्किल हैं,लेकिन हेमंत सोरेन ने उन सभी के सपने को साकार करने का प्रयास किया है, इसलिए पूरे राज्य में हेमंत सोरेन के नाम पर आज की शाम घी का दीपक जलाना चाहिए।

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