नई दिल्ली
महाराष्ट्र में महा विकास आघाड़ी को करारी शिकस्त मिली है। महाराष्ट्र में विधान परिषद के चुनाव थे और 11 सीटों पर मतदान हुआ था। इसमें से 9 सीटें बीजेपी के नेतृत्व वाले महायुति ने जीत ली तो वहीं महा विकास आघाड़ी को केवल दो सीटों पर जीत मिल पाई। अब सबसे अहम बात यह है कि कांग्रेस के करीब 6 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग कर दी।
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने अच्छा प्रदर्शन करते हुए 13 सीटों पर जीत हासिल की थी। लेकिन यहां पर अपने विधायकों को ही एकजुट नहीं रख पाई। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस शुरू से कह रहे थे कि उनके सभी 9 उम्मीदवार जीतेंगे और हुआ भी कुछ वैसा ही।
बीजेपी के 5, एनसीपी के 2 और शिवसेना के 2 उम्मीदवार जीत गए। वहीं महाविकास आघाड़ी में से कांग्रेस का एक उम्मीदवार जीत पाया है। तो वहीं शिवसेना यूबीटी का एक उम्मीदवार जीत पाया है। जबकि एनसीपी (शरद पवार) के इकलौते उम्मीदवार को जीत नहीं मिली।
जानें कहां हुआ खेला?
अब आंकड़ों से समझिए कि खेला कहां हुआ? एक उम्मीदवार को जीतने के लिए 23 विधायकों के वोट चाहिए थे। कांग्रेस के पास कुल 37 वोट थे। कांग्रेस की उम्मीदवार प्रज्ञा राजीव सातव को 25 वोट मिले। इसके बाद कांग्रेस के पास 12 वोट अतिरिक्त थे। ऐसे में यह 12 वोट महा विकास आघाड़ी के उम्मीदवारों को मिलने चाहिए थे। ठाकरे गुट के पास 17 वोट थे। उसके उम्मीदवार मिलिंद नार्वेकर को जीतने के लिए 6 वोटों की जरूरत थी लेकिन नार्वेकर को 22 वोट ही मिले। ऐसे में साफ है कि कांग्रेस के 7 वोट कहीं और चले गए।
बता दें कि एनसीपी (शरद पवार) गुट के पास 12 वोट थे और उनके उम्मीदवार जयंत पाटिल को सभी 12 वोट मिल गए हैं। हालांकि जयंत पाटिल चुनाव हार गए। अब बात करते हैं अजित पवार की अगुवाई वाली एनसीपी के बारे में, जिसके पास कुल 42 वोट थे। एनसीपी ने दो उम्मीदवार उतारे थे और दोनों को 47 वोट मिले। ऐसे में 5 वोट अतिरिक्त मिले। माना जा रहा है कि कांग्रेस के पांच विधायकों ने अजित पवार गुट के पक्ष में क्रॉस वोटिंग की है।