नई दिल्ली,
गाजा एक बार फिर इजरायली हमलों से दहल उठा है. खान यूनिस इलाके में इजरायली सेना ने जबरदस्त एयरस्ट्राइक की है. आईडीएफ ने विस्थापित शिविरों को निशाना बनाकर बमबारी की है. हमले में 71 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई, जबकि 290 से ज्यादा लोग घायल हो गए. हवाई हमले के बाद हर तरफ चीख-पुकार मच गई. लोग इधर-उधर भागते हुए नजर आए.
इजरायली सेना के ताजा हमले के बाद कई शरणार्थी शिविर तबाह हो गए हैं, तो वहीं कई जगहों पर धुएं का गुबार उठता देखा गया. बमबारी इतनी तेज थी कि लोग अपनी जान बचाने के लिए सुरक्षित जगहों की ओर भागते देखे गए. वहीं कुछ लोग घायलों की मदद करते भी दिखाई दिए. सभी घायलों को नासिर अस्पताल में भर्ती कराया गया है, लेकिन यहां के अस्पतालों की हालत ठीक नहीं है.
इससे मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है. गाजा ने इस हमले को नरसंहार बताया है. इसके साथ ही कहा है कि विस्थापित शिविरों पर हुए हमले से खान यूनिस में भयंकर तबाही हुई है. दरअसल इस इलाके में हमास के सैन्य प्रमुख मोहम्मद दीफ के छिपे होने की जानकारी थी, जिसके बाद इजरायली सेना ने हवाई हमला किया. इस हमले में दीफ की मौत हुई है या नहीं अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है.
इधर इजरायल डिफेंस फोर्सेस ने दावा किया है कि शुक्रवार रात को हुए हमले के बाद उसकी सेना अपने सैन्य अभियान को समाप्त कर पीछे हट गई है. हालांकि, वो अपने पीछे ऐसी तबाही छोड़ गई है, जो कि लंबे समय तक याद रखा जाएगा. गाजा शहर की इमारते जहां खंडहर में तब्दील हो चुकी है, वहीं सड़कों पर शव बिखरा नजर आ रहा है. हर तरफ बस तबाही ही तबाही दिख रही है.
न्यूज एजेंसी के मुताबिक एक सप्ताह तक चले भीषण सैन्य हमले के बाद इजरायली सेना शुक्रवार को रातों-रात शहर के कुछ जिलों से पीछे हट गई. अब स्थानीय लोग अपने क्षतिग्रस्त घरों में दोबारा जीवन शुरू करने के लिए अपने समानों को समेटने में जुटे हुए हैं. दरअसल एक हफ्ते पहले आईडीएफ ने कहा था कि गाजा में हमास के लड़ाकों ने फिर से अपना बेस स्थापित कर लिया है.
इसके बाद इजरायली सेना ने सैन्य अभियान से पहले फिलिस्तीनियों को अपने घरों को छोड़ कर सुरक्षित जगहों पर जाने को कहा था. लेकिन कुछ लोग नहीं गए. इजरायल के सैन्य अभियान में दर्जनों फिलिस्तीनी मारे गए हैं. सैकड़ों घायल हुए हैं. पिछले साल अक्टूबर में हमास ने इजरायल पर हमला कर 1200 लोगों को मार डाला था. इजरायल अबतक 38 हजार फिलिस्तीनियों की जान ले चुका है.