लखनऊ:
उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बसों की अव्यवस्था का एक मामला सामने आया है, जिससे योगी सरकार में मंत्री दयाशंकर सिंह और उनके जिम्मेदार विभाग के अधिकारियों पर बड़े सवाल उठ रहे हैं। दरअसल, बीते गुरुवार को अवध बस स्टैंड से रूपडिहा जा रही एक बस बीच रास्ते में पंक्चर हो गई। आरोप है कि कंडक्टर ने बस ठीक कराने के लिए मना कर दिया और पैसे न होने का बहाना दिया। इसके बाद उन्होंने उच्चाधिकारियों से संपर्क किया, तो उन्होंने हाथ खड़े कर लिए। इस पर यात्रियों ने मिलकर 1100 रुपये चंदा इकट्ठा किया और नया ट्यूब डलवाया।
यात्रियों ने चंदा देकर ठीक करवाई बस
इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ है। इसमें नीरज गौड़ नाम का यात्री खुद को अधिवक्ता बता रहा है। यात्री ने कहा कि हम सभी लोग जा रही थे, इसी बीच रास्ते में बस पंक्चर हो गई। ड्राइवर और कंडक्टर ने अधिकारियों को सूचना दी। जिसके बाद उन्होंने सरेंडर कर दिया और सवारियों को दूसरी बस में शिफ्ट करने के लिए कहा। इस दौरान नीरज गौड़, जोकि इसी परिवहन की बस में बैठकर जा रहे थे। सभी में सरकार और परिवहन विभाग के मंत्री दयाशंकर सिंह को चेताने के लिए 20-20 रुपये देकर 1100 रुपये इकट्ठा करते हुए बस का ट्यूब बदलवाया। वहीं, विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों की इस करस्तानी से लोगों में काफी आक्रोश दिखा। इस बीच उन्होंने सरकार और प्रशासन को खरी खोटी सुनाई।
चालक-परिचालक सस्पेंड
यूपी राज्य सड़क परिवहन निगम के मुख्य प्रधान प्रबंधक (टेक्निकल) राजीव आनंद के मुताबिक, बस रूपडिहा डिपो की थी और टायर में खराबी आई थी। यात्रियों ने उसे ठीक कराया। परिवहन निगम के प्रवक्ता अजीत सिंह ने बताया कि चालक को अधिकारियों से पंक्चर के लिए पर्याप्त धनराशि नहीं मिल सकी। इस कारण उसे मना किया गया था। निर्देश था कि यात्रियों को दूसरी बस में बिठाया जाए। इस पर चालक-परिचालक ने यात्रियों को भड़काकर वीडियो बनवाया था। जांच में टायर में आठ इंच का कट पाया गया, जो ड्राइवर की लापरवाही से हुआ था। कॉन्ट्रैक्ट पर नियुक्त ड्राइवर सूर्यभान मिश्रा और कंडक्टर बाबू लाल सरोज को सस्पेंड कर दिया गया है और उनकी सिक्योरिटी राशि जब्त कर ली गई है।
उन्नाव में हुआ था हादसा
गौरतलब है कि अभी हाल ही में उन्नाव में एक हादसा हुआ था। इस दौरान 18 लोगों की जान चली गई थी। हादसे के बाद यूपी के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने निजी बसों (डग्गामार) को सीज करवाया, लेकिन लखनऊ के अवध बस स्टैंड से यूपी परिवहन की बस संख्या UP 53 DT 4610 रूपडिहा के लिए रवाना हुई। बस ने उच्च अधिकारियों की कार्यशैली पर कई सवाल खड़े किए, जिसमें नानपारा, बहराइच और रूपडिहा के यात्री सवार थे। बीच रास्ते में बस पंक्चर हो गई और ट्यूब में भी खराबी पाई गई। ड्राइवर ने स्टेपनी निकालने की कोशिश की, लेकिन नट-बोल्ट फ्री हो जाने के कारण टायर नहीं खुला। अधिकारियों ने इस मामले पर ध्यान नहीं दिया और मैकेनिक ने मरम्मत का खर्च 1100 रुपये बताया। यात्रियों ने चंदा इकट्ठा कर मरम्मत करवाई, तब जाकर बस आगे बढ़ सकी।