पटना:
भारतीय जनतंत्र मोर्चा (बीजेएम) के प्रमुख सरयू राय ने रविवार को कहा कि वह झारखंड में आगामी विधानसभा चुनाव में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल (यूनाइटेड) के साथ गठबंधन की संभावना ‘तलाश’ रहे हैं। राय ने शनिवार शाम यहां कुमार से उनके सरकारी आवास पर मुलाकात की। झारखंड के पूर्व मंत्री राय ने पांच साल पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) छोड़ दी थी और 2019 के विधानसभा चुनाव में तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुबर दास को हराकर एक बड़े नेता के रूप में उभरे थे।
नीतीश कुमार से मुलाकात
कुमार से मुलाकात के बाद राय ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया कि (मैंने) पटना में मुख्यमंत्री आवास पर कुमार से मुलाकात की। आगामी झारखंड विधानसभा चुनाव में हमारी संभावित भूमिका (गठबंधन) के बारे में संक्षिप्त लेकिन सार्थक चर्चा हुई। झारखंड विधानसभा चुनाव एक साथ लड़ने पर आम सहमति बन गई है। जदयू नेतृत्व जल्द ही शेष चुनावी औपचारिकताओं पर निर्णय लेगा। कुमार और राय के बीच इस भेंट के मौके बिहार के जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी समेत जदयू के कई वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे। राय ने रविवार को ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, “हां, मैंने शनिवार को पटना में नीतीश कुमार के सरकारी आवास पर उनसे मुलाकात की।
गठबंधन के मुद्दे पर चर्चा
हमने आगामी झारखंड विधानसभा चुनाव में जदयू और बीजेएम के बीच संभावित गठबंधन से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि हालांकि आम सहमति बन गई है, लेकिन कुछ मुद्दे हैं जिन्हें बाद में अंतिम रूप दिये जाने की जरूरत है। मैं बैठक के नतीजों से काफी संतुष्ट हूं। उन्होंने कहा कि जल्द ही चीजें अंतिम रूप ले लेंगी। कुमार के करीबी माने जाने वाले चौधरी ने भी इसी तरह की राय जताते हुए कहा, “हां, राय ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की और दोनों ने आगामी झारखंड विधानसभा चुनावों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की। जब दो नेता मिलते हैं, तो राजनीतिक बातचीत होती है।
टिप्पणी करने से इनकार
हालांकि, उन्होंने बैठक के नतीजों पर अधिक टिप्पणी करने से इनकार करते हुए कहा, “मैं केवल इतना कह सकता हूं कि राय जदयू प्रमुख के बहुत अच्छे दोस्त हैं।” लोकसभा चुनाव के बाद राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के तीसरे सबसे बड़े घटक दल के रूप में उभरे जनता दल (यूनाइटेड) के 12 सांसद हैं। जदयू अब पड़ोसी राज्य झारखंड में अपना आधार मजबूत कर रहा है, जहां इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। जून के आखिरी हफ्ते में दिल्ली में हुई जदयू की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में इस आशय का प्रस्ताव पारित किया गया था।