नई दिल्ली,
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पेंसिल्वेनिया में खुद पर हुए हमले पर बात करते हुए कहा कि उस वक्त वो खुद को मरा हुआ मान चुके थे. उन्होंने खुद पर हुए हमले को अवास्तविक बताते हुए कहा कि भगवान की कृपा से वो जिंदा हैं.शनिवार को हुए हमले के बाद एक इंटरव्यू में 78 साल के ट्रंप ने कहा कि उन्हें लगता है कि उन्हें ईश्वर ने बचाया है या फिर वो किस्मत से बच गए हैं.
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ने सोमवार को शुरू हुए रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन के लिए मिल्वौकी जाते समय न्यूयॉर्क पोस्ट से बात की है. इसी कन्वेंशन में ट्रंप को 5 नवंबर को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए पार्टी का उम्मीदवार बनाया जाएगा. अमेरिकी अखबार से बात करते हुए ट्रंप ने कहा, ‘मुझे यहां नहीं होना चाहिए था, मैं मर चुका होता.’
ट्रंप ने गोली से कैसे खुद को बचाया?
उन्होंने कहा, ‘सबसे अविश्वसनीय बात यह थी कि मैंने न केवल अपना सिर घुमाया, बल्कि बिल्कुल सही समय पर और सही तरीके से घुमाया.’ उन्होंने कहा कि जो गोली उनके कान को छू गई, वह आसानी से उनकी जान ले सकती थी.उन्होंने कहा, ‘मैं तो मरने वाला था, मुझे तो यहां नहीं होना चाहिए था.’ उन्होंने पूरी घटना को “अवास्तविक अनुभव” बताया है.ट्रंप की रैली में हुए हमले में 50 वर्षीय एक शख्स की मौत हो गई जबकि दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. सुरक्षाबलों ने संदिग्ध हमलावर को भी मार गिराया. हमलावर की पहचान 20 वर्षीय मैथ्यू क्रूक्स के रूप में हुई है.
ट्रंप का दाहिना काम जख्मी
न्यूयॉर्क पोस्ट ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि हमले में ट्रंप का दाहिना कान जख्मी हुआ है और वो उस पर सफेद बैंडेज पहने हुए हैं. ट्रंप ने कहा, ‘डॉक्टर ने अस्पताल में मुझसे कहा कि उन्होंने ऐसा कुछ नहीं देखा. उन्होंने इसे चमत्कार बताया है. किस्मत से या भगवान की कृपा से… लोग कह रहे हैं कि भगवान की वजह से मैं अभी भी जिंदा हूं.’
ट्रंप को जब गोली छूकर निकली थी तब वो एक पल के लिए नीचे झुके. गोलीबारी के बाद जब ट्रंप को घेरकर सुरक्षाबल ले जा रहे थे तब खून से लथपथ चेहरे के साथ ट्रंप ने अपनी मुट्ठी हवा में लहराई. ट्रंप की इस तस्वीर की खूब चर्चा हो रही है.इसे लेकर ट्रंप ने कहा, ‘बहुत लोग कह रहे हैं कि यह फोटो सबसे आइकॉनिक फोटो है. वो लोग सही हैं और देखिए, मैं मरा नहीं. आमतौर पर ऐसा होता है कि एक आइकॉनिक तस्वीर के लिए आपको मरना पड़ता है.’
ट्रंप ने अखबार को बताया कि वह गोलीबारी के बाद भी अपना भाषण जारी रखना चाहते थे लेकिन सीक्रेट सर्विस वालों ने कहा कि उन्हें अस्पताल जाना चाहिए.ट्रंप पर हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने उन्हें कॉल कर उनका हालचाल जाना. इस कॉल के लिए ट्रंप ने बाइडेन की प्रशंसा की.