क्या महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में दोनों पवार को झटका देंगे नवाब मलिक? निर्दलीय लड़ने की अटकलें

मुंबई

महाराष्ट्र में लोकसभा चुनावों के बाद अब विधानसभा चुनावों को लेकर सरगर्मी बढ़ती जा रही है। महायुति और महाविकास आघाडी के घटक दल अपने खेमों को मजबूत करने में जुटे हैं। इस सब के बीच महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री नवाब मलिक फिर सुर्खियों में आ गए हैं। चर्चा है कि नवाब मलिक विधानसभा चुनावों में निर्दलीय मैदान में उतर सकते हैं। मलिक के निर्दलीय लड़ने की चर्चा के बीच एक बार फिर राजनीति गरमा गई है। सवाल खड़ा हो रहा है कि क्या नवाब मलिक अजित पवार पर बीजेपी के दवाब के चलते ऐसा कदम उठाने जा रहे हैं? पिछले साल जब मलिक नागपुर में हुए विधानसभा सत्र में सत्तापक्ष की तरफ बैठे थे तब काफी बवाल हुआ था। राजनीतिक हलकों में नवाब मलिक के निर्दलीय लड़ने को अजित पवार गुट की रणनीति माना जा रहा है, हालांकि इन चर्चाओं पर अभी नवाब मलिक ने कोई ऐलान नहीं किया है, हालांकि वे अपने चुनाव क्षेत्र में सक्रिय दिख रहे हैं। एमवीए सरकार में मंत्री रहे मलिक मनी लांड्रिंग के मामले में जमानत पर बाहर हैं।

मलिक का है दबदबा
65 साल के नवाब मलिक मुंबई की अनुशक्ति नगर विधानसभा सीट से पिछली बार राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के टिकट पर चुनाव जीते थे। मलिक 2009 में पहली बार जीते थे। इसके बाद वह 2014 में चुनाव हार गए थे। इस सीट पर शिवसेना को जीत मिली थी, हालांकि 2019 के चुनावों में मलिक शिवसेना को हराकर फिर से जीत गए थे। मलिक ने तब 12 हजार से अधिक वोटों से जीत हासिल की थी। संजय विचार मंच के जरिए सामाजिक कार्य करने वाले मलिक 1984 में पहली बार चुनाव लड़े थे तब उन्हें सिर्फ 2500 वोट मिले थे। मलिक 1996 में पहली बार जीते थे। इसके बाद वह कांग्रेस में चले गए थे। 1999 में वह कांग्रेस एनसीपी सरकार में मंत्री बने थे। इसके बाद मलिक कुछ समय के लिए समाजवादी पार्टी में भी रह चूुके हैं। नवाब मलिक को लेकर चर्चा है कि वह इस बार निर्दलीय चुनाव लड़ सकते हैं। ऐसी स्थिति में वह महायुति में विवाद की वजह नहीं बनेंगे। यह भी चर्चा है कि अगर मलिक महायुति से लड़ते हैं तो उनके अपने मुस्लिम वोट भी छिटक सकते हैं।

एक सीट हो जाएगी कम
अगर नवाब मलिक निर्दलीय लड़ते हैं, तो उनका सीधा झटका अजित पवार गुट पर पड़ेगा, क्योंकि अजित पवार गुट की एक सीट कम होने वाली है। दूसरी बात यह है कि अगर अजीत पवार गुट ने अब नवाब मलिक को खारिज कर दिया, तो इस बात की संभावना कम है कि मलिक भविष्य में अजीत पवार गुट के साथ रहेंगे, क्योंकि बाद में वह शरद पवार गुट के साथ जा सकते हैं, इसकी चर्चा भी राजनीतिक गलियारे में चल रही है। शरद पवार गुट ने मलिक की आलोचना नहीं की है।

About bheldn

Check Also

हरियाणा में BJP की हैट्रिक के बीच तीन निर्दलियों ने दिखाया दम, बगावत करके मारी बाजी, जानें कौन?

चंडीगढ़ हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 के नतीजे एग्जिट पोल के अनुमान से उलट रहे। राज्य …