नई दिल्ली
हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी ने अग्निवीरों को लेकर बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि अग्निवीरों को सरकारी नौकरी में 10 फीसदी आरक्षण मिलेगा। नायब सिंह सैनी ने कहा कि हमारी सरकार ने हरियाणा में अग्निवीरों को प्रदेश सरकार द्वारा भर्ती किए जाने वाले कांस्टेबल, माइनिंग गार्ड, फोरेस्ट गार्ड, जेल वार्डन और एसपीओ की सीधी भर्ती में 10 फीसदी आरक्षण देगी।
दूसरा हमने इन अग्निवीरों को ग्रुप डी और ग्रुप सी में सरकारी पदों के लिए निर्धारित अधिकतम आयु में तीन साल की छूट दी जाएगी। लेकिन अग्निवीरों के पहले बैच के मामले में आयु में यह छूट पांच साल की होगी। सरकार ग्रुप सी में सिविल पदों में सीधी भर्ती में अग्निवीरों के लिए पांच फीसदी आरक्षण और ग्रुप डी में एक फीसदी आरक्षण देंगे। अगर अग्निवीर को किसी भी औद्योगिक ईकाई द्वारा प्रतिमाह 30 हजार रुपये से ज्यादा वेतन दिया जाता है तो हमारी सरकार उस औद्योगिक ईकाई को 60 हजार रुपये वार्षिक की सब्सिडी देगी।
अपना काम शुरू करने के लिए लोन
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने ग्रुप सी पदों पर भर्ती में अग्निवीर के लिए 5 फीसदी आरक्षण की घोषणा की है। वहीं जो अग्निवीर चार साल बाद खुद काम शुरू करना चाहेगा उसे काम शुरू करने के लिए सरकार 5 लाख तक का बिना ब्याज के लोन भी देगी।
इनमें पहले ही हो चुकी रिजर्वेशन की घोषणा
बता दें कि अब तक सीआईएसएफ, बीएसएफ और सीआरपीएफ और एसएसबी के चीफ ने अग्निवीरों के लिए आरक्षण देने की घोषणा की है। पूर्व अग्निवीरों को अर्धसैनिक बलों में 10 पर्सेंट आरक्षण दिया जाएगा। इसके साथ ही आयु और फिजिलकल टेस्ट में भी राहत दी जाएगी। सीआईएसएफ की डीजी नीना सिंह ने बताया था कि पहले बैच में पूर्व अग्निवीरों को आयु सीमा में 5 साल और दूसरे बैच में 3 साल की छूट होगी।
मोदी सरकार जून 2022 में अग्निपथ स्कीम लेकर आई थी। ये यूथ को डिफेंस से जोड़ने की शॉर्ट-टर्म स्कीम है। सेना, वायुसेना और नौसेना तीनों के लिए आई योजना के तहत सैनिकों को नाम अग्निवीर दिया गया। इसमें सैनिकों को चार के लिए भर्ती किया जाता है। साथ ही, अगले चार सालों के लिए उन्हें विस्तार भी मिल सकता है। साथ ही सर्विस पूरी होने के बाद में 25 पर्सेंट अग्निवीर को रेगुलर भर्ती पर ले लिया जाएगा। वहीं, 75 फीसदी को बड़ी राशि के साथ स्किल सर्टिफिकेट दिया जाएगा। ताकि वह अपनी क्षमता के मुताबिक कोई नया काम ढूंढ सके।