नई दिल्ली,
भारत की डबल मेडल विजेता निशानेबाज मनु भाकर पेरिस ओलंपिक में ऐतिहासिक प्रदर्शन के बाद आज (7 अगस्त) वापस स्वदेश लौट आईं. यहां दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उनका जोरदार वेलकम हुआ. पेरिस में इतिहास रचने के बाद मनु भाकर ने 10 जनपथ पर सोनिया गांधी से मुलाकात की.
मनु ने महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में कांस्य पदक जीतकर भारत को पेरिस में पहला मेडल दिलाया था. इसके बाद उन्होंने सरबजोत सिंह के साथ मिलकर 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम स्पर्धा में कांस्य पदक जीता. वह तीन ओलंपिक पदक जीतने वाली एकमात्र भारतीय बनकर इतिहास रचने की कगार पर थीं, लेकिन महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में वह मामूली अंतर से चूक गईं थीं.
रविवार को ओलंपिक खेलों की क्लोजिंंग सेरेमनी में भाग लेने के लिए इसी सप्ताह पेरिस लौट जाएंगी. मनु भाकर पेरिस ओलंपिक 2024 के समापन समारोह के दौरान भारत की ध्वजवाहक होंगी. 22 वर्षीय मनु ने ओलंपिक निशानेबाजी में दो कांस्य पदक जीतकर देश को गौरवान्वित किया है.
ओलंपिक में मेडल जीतने के बाद मनु ने कहा था कि अब तक जितनी भी मेहनत की है, उसका फल मिला है. लंबे समय से मेरी चाहत थी कि मैं देश के लिए एक ओलंपिक मेडल जीतूं और वो सपना आज पूरा हो गया है. उन्होंने भगवत गीता का भी जिक्र किया. मनु ने कहा था कि मुझे लगता है कि वर्तमान समय में भी भगवत गीता की काफी प्रासंगिकता बनी हुई हैं. कभी-कभी मुझे आश्चर्य होता है कि सदियों पुरानी चीज आज भी प्रासंगिक बनी हुई है. अगर आज भी गीता को ध्यान से पढ़ा जाए तो हम रोजमर्रा की जिंदगी में उसका इस्तेमाल कर सकते हैं.