भेल के कल्चरल हॉल में मनाया गया विश्व आदिवासी दिवस
भोपाल।
शनिवार को भेल के कल्चरल हॉल में आदिवासी कर्मचारी सांस्कृतिक साहित्य विकाश कल्याण समिति के बैनर तले एवं सहयोगी समिति के सहयोग से भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं प्रतिभा सम्मान समारोह मनाया गया। समिति के अध्यक्ष अजीत कुमार ने बताया है की सांस्कृतिक कार्यक्रम में विभिन्न राज्य के कल्चरल नृत्य आयोजित किया गया। एवं प्रतिभा सम्मान समारोह कार्यक्रम में बच्चों और वयस्कों को सम्मानित किया गया। 9 अगस्त विश्व आदिवासी दिवस 1995 से हर वर्ष 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस के रूप में मनाया जाता है यह दिन आदिवासियों के योगदान एवं अधिकारों की सुरक्षा के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है।
23 दिसंबर 1994 को संयुक्त राष्ट्र संघ महासभा ने एक प्रस्ताव पारित कर 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस मनाने का निर्णय लिया था। 9 अगस्त को अंतर्राष्ट्रीय आदिवासी आबादी पर राष्ट्र कार्य समूह की पहली बैठक की याद में चुना गया था जो की 1982 में जिनेवा स्विट्जरलैंड में आयोजित की गई थी दुनिया भर में पहला अंतर्राष्ट्रीय दिवस 9 अगस्त 1995 को मनाया गया था।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भेल के महाप्रबंधक बी के सिंह उपस्थित रहे। एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में आर बी पाटिल महाप्रबंधक, जी पी बघेल महाप्रबंधक, लालमोहन सामंत अपर महाप्रबंधक, एवं पदमश्री श्रीमती दुर्गा बाई ब्याम उपस्थित रहे। वही कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री एन आर भुआर्य ने की।
मुख्य अतिथि बी के सिंह ने कहा की आदिवासी संस्कृति एवं प्रकृति के प्रति प्रेम आज के वातावरण को शुद्ध रखने के लिए बहुत ही अहम भूमिका निभा रही।
कार्यक्रम में आदिवासी कर्मचारी सांस्कृतिक साहित्य विकाश कल्याण समिति के पदाधिकारी एवं सदस्य भारी संख्या में उपस्थित रहे जिसमे मुख्य रूप से विशाल सिंह मरावी, राम सिंह काकोडिया, के पी ठाकुर, राजेश मिंज, एफ एस बड़ोले, डमरूधर पिंक, बंशीधर लकरा, विप्लव मुर्मू, एस एस परस्ते, फुली परस्ते, बनेश्वर भगत, सुरेश भगत, अमृत समद, के एल राणा, विनोद ठाकुर, शंकर रवतिया, शुखचैन आर्मो, दान सिंह परस्ते एवं आदिवासी समाज के सैकड़ों की संख्या में लोग उपस्थित हुए।