हिजबुल्लाह की आड़ में ईरान इस बार करेगा घातक हमला, इजरायल ने अमेरिकी रक्षा विभाग को दी जानकारी

नई दिल्ली,

इजरायल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने अमेरिकी डिफेंस सेक्रेटरी लॉयड ऑस्टिन को बताया कि ईरान बड़े पैमाने के मिलिट्री अटैक की तैयारी कर रहा है. यह रिपोर्ट Axios नाम के मीडिया संस्थान के रिपोर्टर बराक राविड ने अपने X हैंडल पर शेयर की. उन्होंने इसकी पूरी कहानी भी लिखी है.

एक बयान में इजरायली रक्षा मंत्रालय ने इस बात की पुष्टि की है कि उन्होंने इस बारे में अमेरिकी डिफेंस सेक्रेटरी से बात की है. साथ ही लॉयड और गैलेंट ने ईरान को करारा जवाब देने के लिए ऑपरेशनल और स्ट्रैटेजिक कॉर्डिनेशन पर भी बातचीत की. ऑस्टिन ने कहा कि ने अमेरिका ने मिडिल ईस्ट में गाइडेड मिसाइल सबमरीन तैनात करने का निर्देश दिया है. गैलेंट ने भी कहा कि इजरायली मिलिट्री ईरान के हमले का जवाब देने के लिए तैयार है.

इससे पहले शुक्रवार को यानी 9 अगस्त को ईरानियन रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के डिप्टी कमांडर के हवाले से स्थानीय न्यूज एजेंसियों ने यह लिखा था कि सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अल खमैनी के आदेश पर ईरानी सेना हमले के लिए तैयार है. यह हमला 31 जुलाई को हमास के पॉलीटिकल लीडर इस्माइल हानिया के कत्ल के बाद किया जा रहा है.

अपनी रिपोर्ट में बराक राविड ने क्या लिखा है… पढ़िए
इजरायली इंटेलिजेंस के मुताबिक ईरान ‘Within Days’ यानी एक-दो दिन में हमला कर सकता है. इजरायली खुफिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि यह हमला गाजा होस्टेज और सीजफायर डील के लिए हो रही बातचीत के बाद होगा. हमले की आशंका गुरुवार यानी 8 अगस्त को थी. ताकि इजरायली डील खत्म हो जाए.

क्योंकि यह इजरायल के हमास के साथ फिर न हो पाने वाली डील थी. लेकिन एक सोर्स ने बताया कि स्थिति अब भी नाजुक है. कुछ कहा नहीं जा सकता. पिछले 24 घंटे में जो खुफिया जानकारी मिली उसके अनुसार पिछले एक हफ्ते में ईरान ने यह फैसला नहीं किया था कि हमला किस दिन करना है. क्योंकि वह इंटरनेशनल प्रेशर में था.

ईरान ने कहा था कि वह समय पर जवाब देगा, सीजफायर पर असर नहीं होगा
सुप्रीम लीडर खमैनी हमले को टाल रहे थे. या फिर इजरायल के खिलाफ हमले की तीव्रता को कम कर रहे थे. लेकिन शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र में ईरान ने एक बयान में कहा कि हमारा जवाब समय पर मिलेगा. ऐसे मिलेगा कि सीजफायर पर इसका कोई असर न पड़े. लेकिन इजरायली रक्षामंत्री गैलेंट ने अमेरिका के डिफेंस सेक्रेटरी से इस बारे में बात की. उन्हें बताया कि ईरान किस तरह से अपनी तैयारी कर रहा है, जो बड़े पैमाने का हमला हो सकता है.

इसके बाद ऑस्टिन ने मिडिल-ईस्ट में गाइडेड मिसाइल सबमरीन यूएसएस जॉर्जिया को रवाना किया. साथ ही यूएसएस अब्राहम लिंकन एयरक्राफ्ट कैरियर स्ट्राइक ग्रुप को भी भेजा गया. ताकि वह मिडिल-ईस्ट में तैनात यूएसएस थियोडोर रूजवेल्ट स्ट्राइक ग्रुप की जगह ले सके. रूजवेल्ट स्ट्राइक ग्रुप अब अमेरिका वापस जाएगा.

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की सरकार पिछले हफ्ते भर से यह प्रयास कर रही है कि इजरायल और हमास के बीच सीजफायर हो जाए. ताकि होस्टेज को छुड़ाया और सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा सके. लेकिन रविवार यानी 11 अगस्त को हमास ने अमेरिका, कतर और मिस्र के सीजफायर डील के न्यौते को ठुकरा दिया.

पहला हमला कौन करेगा… शायद हिजबुल्लाह
इस बीच इजरायल की इंटेलिजेंस को सूचना मिली है कि पहला हमला हिजबुल्लाह करेगा. क्योंकि उसका टॉप कमांडर बेरूत में इजरायली हमले में मारा गया था. इसके बाद इस हमले में ईरान शामिल हो जाएगा. यह हमला इजरायल पर बड़े पैमाने पर होगा. अप्रैल में ईरान ने जिस तरह का हमला किया था, उससे कई गुना ज्यादा ताकतवर. क्योंकि हिजबुल्लाह के देसी जुगाड़ वाले ड्रोन्स और मिसाइलें काफी घातक हैं. इस हमले का फायदा उठाकर ईरान अपनी ताकतवर मिसाइलों से इजरायल के महत्वपूर्ण ठिकानों को निशाना बनाएगा. इजरायली रक्षामंत्री को भी आशंका है कि इस बार हिजबुल्लाह का हमला ज्यादा खतरनाक होगा.

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