राशन की खाली बोरियां बेचकर मिला मिड डे मील, एमपी में स्वतंत्रता दिवस पर स्कूलों में जुगाड़ से कराया गया विशेष भोज

सतना

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रदेश में हर जगह अलग-अलग तरीकों से कार्यक्रम मनाया गया। यह दिन खास कर स्कूलों में खूब धूमधाम से मनाया जाता है। बच्चों को इस अवसर पर विशेष भोज यानि रोज जो खाना मिलता है उससे अलग खाना दिया जाता है। मैहर जिले में भी एक सरकारी स्कूल में विशेष भोज का आयोजन किया गया। लेकिन भोजन का पैसा कहां से आया यह सुनकर आप दंग रह जाएंगे।

दरअसल, सतना जिले और मैहर जिले में जिला पंचायत CEO ने मिड डे मील को लेकर आदेश जारी किया था। आदेश में कहा था कि विशेष भोज के लिए होने वाले खर्चे की व्यवस्था जन सहयोग से जुटाया जाए या फिर पीएम पोषण आहार में मिलने वाले बोरियों को बेचकर कर पैसे की व्यवस्था की जाए।

पहले मिलता था पैसा
जिला पंचायत CEO संजना जैन का आदेश जारी होने के बाद मिड डे मील चलाने वाले स्वयं-सहायता समूहों ने मजबूरन जुगाड़ लगाकर 15 अगस्त को बच्चों के लिए विशेष भोज (पूड़ी सब्जी खीर और लड्डू) की व्यवस्था की। बताया जा रहा है कि इसके पूर्व की सरकार द्वारा राष्ट्रीय पर्वों में बच्चों के विशेष भोज के लिए अतिरिक्त फंड स्वयं-सहायता समूह को दिया जाता था, लेकिन इस बार जन सहयोग और बोरी बेचकर करना पड़ा।

मंत्री ने क्या कहा?
जब इस मामले को लेकर मैहर की प्रभारी मंत्री राधा सिंह से मीडिया कर्मियों ने सवाल किया तो उन्होंने कहा कि प्रदेश में फंड की कोई कमी नहीं है। ये आदेश कैसे जारी हुआ इसकी जानकारी नहीं है। फिलहाल यह आदेश चर्चा का विषय बना हुआ है।

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